शब्द का अर्थ
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फेरी :
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स्त्री० [हिं० फेरना] १. देवी-देवता आदि की की जानेवाली परिक्रमा। प्रदक्षिणा। २. विवाह के समय वर और वधू की वह प्रदक्षिणा जो अग्नि के चारों ओर की जाती है। भाँवर। क्रि० प्र०—डालना।—पड़ना। ३. भिक्षुओं का भिक्षा के उद्देश्य से गली-मुहल्ले का लगाया जानेवाला चक्कर। क्रि० प्र०—देना।—लगाना।—लेना। ४. छोटे व्यापारी द्वारा गलियों, गाँवों आदि में फुटकर ग्राहकों के हाथ सामान बेचने के उद्देश्य से लगाया जानेवाला चक्कर। पद—फेरीवाला। (दे०) ५. बार-बार कहीं आते-जाते रहना। ६. एक तरह की चरखी जिससे रस्सी पर ऐंठन डाली जाती है। ७. फेर। ८. फेरा। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
फेरीदार :
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पुं० [हिं० फेरी+फा० दार] [भाव० फेरीदारी] वह जो किसी दुकानदार या महाजन की ओर से घूम-घूमकर कर्जदारों से पावना वसूल करने का काम करता हो। |
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समानार्थी शब्द-
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फेरीदारी :
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स्त्री० [हिं० फेरीदार] फेरीदार का काम, पद या भाव। |
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समानार्थी शब्द-
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फेरीवाला :
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पुं० [हिं० फेरी+वाला] वह छोटा व्यापारी जो गली-गली या गाँव-गाँव मे घूम-घूमकर फुटकर ग्राहकों के हाथ सौदा बेचता हो। |
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