शब्द का अर्थ
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बिट :
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पुं० [सं० विट्] १. वैश्य। २. दे० ‘विट’। स्त्री०=बीठ (पक्षियों की विष्ठा)। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
बिटक :
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पुं० [सं० बिटक] [स्त्री० अल्पा० बिटका] फोड़ा। |
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बिटंड :
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पुं०=वितंडा। उदाहरण—करसि बिटंड बरम नहिं करसी।—जायसी। |
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बिटप :
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पुं०=विटप (वृक्ष)। |
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बिटपी :
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पुं०=विटपी। |
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बिटंबना :
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अ० [हिं० बिडबना] हँसी उडाना। स्त्री०=बिडंबना। (यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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बिटरना :
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अ० [हिं० बिटारना का अ० रूप] घँघोले जाने पर गंदा होना। |
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बिटारना :
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स० [सं० विलोडन] १. घँघोलना। २. घँघोलकर गंदा करना। |
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बिटिनिया :
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स्त्री०=बेटी। |
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बिटिया :
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स्त्री०=बेटी। |
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बिटौरा :
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पुं० [सं० विट] १. सूखे कंडे का ढेर। २. ढेर। राशि उदाहरण—कर्यौ सबनि परनाम बिटौरा रूप पेटतर।—भगवत रसिक। वि० बहुत बडा और भारी। |
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बिट्ठल :
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पुं० [सं० विष्णु, महा० बिठोया] १. विष्णु का एक नाम। २. विष्णु की एक विशिष्ट मूर्ति जिसकी उपासना प्रायः दक्षिण भारत में होती है और जिसकी प्रधान मूर्ति पंढरपुर में है। |
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