शब्द का अर्थ
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संस्थापन :
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पुं० [सं० सम्√श्था (ठहरना)+णिच्-यक, ल्युट्-अन] [वि० संस्थापनीय, संस्थाप्य, भू० कृ० संस्थापित] १. अच्छी तरह जमाकर बैठाना या रखना। २. मशीनों यंत्रो आदि को किसी स्थान पर लगाना। प्रतिष्ठित करना। ३. उक्त रूप में बैठाए या लगाए हुए यंत्रों की सामूहिक संज्ञा। प्रस्थापन। (इन्स्टालेशन) ४. कोई नई चीज बनाकर खड़ी या तैयार करना। निर्मित करना। जैसे—भवन का संस्थापन। ५. कोई नया काम या नई बात चलाना या जारी करना, अथवा उसके लिए कोई संस्था स्थापित करना। ६. उक्त प्रकार से स्थापित की हुई संस्था अथवा उसमें काम करने वाले लोगो का वर्ग या समूह। (एस्टैब्लिशमेंट) ७. किसी काम, चीज या बात को कोई नया आकार या रूप देना। ८. नियंत्रित करना। रोकना। ९. शांत करना। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संस्थापना :
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स्त्री० [सं० संस्थापन-टाप्]=संस्थापन। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
संस्थापनीय :
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वि० [सं० सं√स्था (ठहरना)+णिच्-पुक्-अनीयर] जिसका संस्थापना हो सकता हो या होने को हो। |
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समानार्थी शब्द-
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