शब्द का अर्थ
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सचा :
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पुं०=सखा।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सचाई :
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स्त्री०=सच्चाई।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सचान :
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पुं० [सं० सचान=श्येन] श्येन पक्षी। बाज। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सचाना :
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स० [हिं० सच=सत्य] सच्चा कर दिखलाया। उदा—झुठहिं सचावै, कर कलम मचावै, अहो जुलुम मचावै ये अदालत के अमला। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सचारना :
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स० [हिं० सचरना का सकर्मक रूप] संचारित करना। फैलाना।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सचावट :
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स्त्री० [हिं० सच+आवट (प्रत्य०] सच्चापन। सच्चाई। सत्यता।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |