शब्द का अर्थ
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सोभ :
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पुं० [सं०] स्वर्ण में गंधर्वों के नगर का नाम। स्त्री०=शोभा।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोभन :
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वि०, पुं०=शोभन।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोभना :
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अ० [सं० शोभन] शोभित होना। भला लगना। सोहना।(यह शब्द केवल स्थानिक रूप में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोभनीक :
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वि० =शोभन (सुन्दर)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोभर :
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पुं० [?] वह कोठरी या कमरा जिसमें स्त्रियाँ प्रसव करती हैं। सौरी। सूतिकागार। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोभा :
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स्त्री०=शोभा।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोभाकारी :
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वि०=शोभन (सुंदर)।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोभांजन :
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पुं०=शोभांजन।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोभायमान :
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वि० =शोभायमान।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोभार :
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वि० [सं० स+हिं० उभार] उभारदार। क्रि० वि० उभरते हुए। उभरकर। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोभिक्ष्य :
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पुं० [सं०]=सुभिक्ष। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
सोभित :
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वि० =शोभित।(यह शब्द केवल पद्य में प्रयुक्त हुआ है) |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |