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उरूब

उरूब (1915-1979) मलयालम्‌ के प्रख्यात साहित्यकार थे। उनका मूल नाम पी.सी. कुट्टिकृष्णन था। उन्होंने लंबे समय तक आकाशवाणी केंद्र, कोषिकोड में काम किया। बाद में कुंकुमं नामक मलयालम्‌ पत्रिका के संपादक रहे तथा मंगलोदयम्‌ एवं मलयालम् मनोरमा नामक पत्रिकाओं का भी संपादन किया। वे केरल साहित्य अकादेमी के अध्यक्ष भी रहे। उनकी प्रकाशित कृतियों में 10 उपन्यास, 26 कहानी-संग्रह, 3 कविता-संग्रह, 3 नाटक, 3 निबंध-संग्रह तथा बालसाहित्य की 3 पुस्तकें शामिल हैं। उन्होंने आठ फिल्मों के लिए पटकथा लेखन भी किया। उन्हें सर्वश्रेष्ठ पटकथा-लेखन के लिए केरल राज्य फिल्म पुरस्कार, सर्वश्रेष्ठ प्रादेशिक फिल्म के लिए भारत के राष्ट्रपति द्वारा रजत पदक, राज्य सरकार का पुरस्कार (तीन बार), एम. पी. पॉल पुरस्कार, आशान जन्मशती पुरस्कार, साहित्य अकादेमी पुरस्कार तथा केरल साहित्य अकादमी पुरस्कार सहित अनेक पुरस्कार-सम्मानों से विभूषित किया गया।

सुंदर और सुंदरियाँ

उरूब

मूल्य: Rs. 300

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   1 पुस्तकें हैं|