उपन्यास >> सुंदर और सुंदरियाँ सुंदर और सुंदरियाँउरूबसुधांशु चतुर्वेदी
|
0 5 पाठक हैं |
सुंदर और सुंदरियाँ नामक यह उपन्यास साहित्य अकादेमी द्वारा पुरस्कृत मलयाळम् उपन्यास सुंदरिकळुं सुंदरन्मारुं का हिंदी अनुवाद है। इसमें दो विश्व-युद्धों के बीच की अवधि के मलाबार मलाबार के सामाजिक जीवन का वर्णन किया गया है। संक्रांतिकालीन समाज का सटीक निरूपण करते हुए लेखक ने अनेक पात्रों के कुशल और खरे चित्रों के माध्यम से प्राचीन ह्नासोन्मुखी शक्तियों के पराभव और नवीन प्रगतिशील शक्तियों के उद्भव की कसमसाहट का विशद अंकन इसमें किया है। परिप्रेक्ष्य के विस्तार और केरल के सामाजिक जीवन के युग-व्यापी प्रतिबिंबन के कारण यह उपन्यास अत्यधिक महत्त्वपूर्ण है।
|