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महागाथा
महागाथा
प्रकाशक :
भारतीय ज्ञानपीठ |
प्रकाशित वर्ष : 2005 |
पृष्ठ :654
मुखपृष्ठ :
सजिल्द
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पुस्तक क्रमांक : 10400
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आईएसबीएन :8126311365 |
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अपने शक्तिशाली कथानक एवं प्रभावपूर्ण चरित्र-चित्रण के कारण 'महाभारत' आज हजारों वर्ष बाद भी लोकप्रिय है.
अपने शक्तिशाली कथानक एवं प्रभावपूर्ण चरित्र-चित्रण के कारण 'महाभारत' आज हजारों वर्ष बाद भी लोकप्रिय है. भारतीय संस्कृति का एक रत्न-भण्डार है 'महाभारत'. इस ऐतिहासिक कथा के कुछ प्रसंग ऐसे भी हैं जो इसकी प्रामाणिकता पर प्रश्न-चिन्ह लगाकर इसे मिथक की श्रेणी में रखने के लिए प्रेरित करते रहे हैं. अनेक मिथकीय प्रसंगों का तर्क-सम्मत विश्लेषण करके, महाभारत की कथा को यथार्थ के परिप्रेक्ष्य में प्रस्तुत करता हुआ, कवि-कथाकार डॉ.सीतेश आलोक का रोचक उपन्यास.
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