उपन्यास >> पट्टमहादेवी शान्तला, द्वितीय भाग पट्टमहादेवी शान्तला, द्वितीय भागसी.के. नागराजराव
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भारतीय ज्ञानपीठ के 'मूर्तिदेवी पुरस्कार' से सम्मानित उपन्यास की नायिका 'शान्तला' भारतीय इतिहास की अनुपम और अद्भुत पात्र हैं.
भारतीय ज्ञानपीठ के 'मूर्तिदेवी पुरस्कार' से सम्मानित उपन्यास की नायिका 'शान्तला' भारतीय इतिहास की अनुपम और अद्भुत पात्र हैं. होयसल राजवंश के महाराज विष्णुवर्धन के पट्टरानी शान्तला को केंद्र में रखकर नागराज राव ने एक ऐसे विशाल उपन्यास की रचना की है जिसमें शताधिक ऐतिहासिक पात्र राजवंश की तीन पीढ़ीओं की कथा को देश और समाज के समूचे जीवन-परिवेश की पृष्ठभूमि में प्रतिबिम्बित करते हैं.
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