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धर्म एवं दर्शन >> भगवद्गीता

भगवद्गीता

हरिवंशराय बच्चन

प्रकाशक : राजपाल एंड सन्स प्रकाशित वर्ष : 2012
पृष्ठ :288
मुखपृष्ठ : पेपरबैक
पुस्तक क्रमांक : 12521
आईएसबीएन :9788170288039

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श्रीमद्भगवद्गीता का कर्मयोग का संदेश युगों-युगों से भारतीय जनमानस को प्रेरणा देता आ रहा है। लोकमान्य तिलक, महात्मा गांधी ने तो उससे प्रेरणा ग्रहण की ही, खुदीराम बोस जैसे जुझारू क्रांतिकारियों ने भी गीता की प्रति हाथ में लेकर फांसी के फंदे को चूमा। अंग्रेज़ी तथा भारतीय भाषाओं में गीता के दर्जनों अनुवाद अब तक हो चुके हैं। किंतु कविता में गीता के अनुवाद की पहल ‘मधुशाला’ के अमर गायक व प्रख्यात कवि हरिवंशराय ‘बच्चन’ ने की। उन्होंने गीता के प्रत्येक श्लोक का मुक्त छंद में अनुवाद किया और साथ में मूल संस्कृत श्लोक भी दिया है जिससे पाठक गीता के श्लोकों के काव्यानुवाद का रसास्वादन कर सकेंगे।

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