कविता संग्रह >> अबूतर कबूतर अबूतर कबूतरउदय प्रकाश
|
0 |
अबूतर कबूतर
सादगी उदय प्रकाश की कविताओं की जान है जो हर उस आदमी से तुरंत रिश्ता कायम कर लेती है जो सामाजिक अन्याय और शोषण की मार उन लोगों के बीच बैठा सह रहा है, जिनके पास आंदोलन और नारे नहीं हैं, सिर्फ़ खाली अकेले न होने का अहसास भर है…।…ये कविताएँ पाठक की संवेदना में बहुत कुछ ऐसा तोड़फोड़ कर जाती हैं, जिनके सहारे वह फिर कुछ नया रचने की जरूरत महसूस करने लगता है। किसी भी यातना को कवि बिना उस यातना से मानसिक रूप से गुज़रे हुए प्रेषित नहीं कर सकता। उदय प्रकाश की कविताएँ काफ़ी कुछ इसकी दुर्लभ मिसाल हैं।
– सर्वेश्वरदयाल सक्सेना
|