इतिहास और राजनीति >> ताजमहल मन्दिर भवन है ताजमहल मन्दिर भवन हैपुरुषोत्तम नागेश ओक
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पी एन ओक की शोघपूर्ण रचना जिसने इतिहास-जगत में तहलका मचा दिया...
यद्यपि सर एच. एम. इलियट के उत्तम विचार जहाँगीरनामे के कतिपय तथ्यों के प्रति व्यक्त किए गए हैं, तदपि सभी मुस्लिम इतिहासों पर लागू होते हैं।
इसलिए हम लेख के लेखक मियाँ मोहम्मद दीन और अन्य पाठकों को कहना चाहते हैं कि ताजमहल में प्रयुक्त बहुमूल्य रत्नों के सम्बन्ध में जिन सूत्रों से आँकड़ों की कल्पना की गई है उनसे उनके मन में सन्देह उत्पन्न होना चाहिए। सर एच. एम. इलियट जैसे विवेकशील और विलक्षण इतिहासकार अपनी अन्तर्दृष्टि से अब उस कपोलकल्पना का पर्यवेक्षण कर सके हैं।
उक्त लेख का लेखक जिन लेख-प्रपत्रों से प्राप्त आँकड़ों के आधार पर ताजमहल पर व्यय हुई राशि का निर्देश करता है वह केवल इस तथ्य के उल्लेख से सहज ही षड्यन्त्र सिद्ध हो सकता है कि व्यय हुई राशि के सम्बन्ध में विभिन्न विवरणों से प्राप्त आँकड़े चालीस लाख रुपए से नौ करोड़ रुपए तक हैं। इन्हीं के मध्य वह स्रोत भी है जिसके आधार पर मियाँ मोहम्मद दीन ने उद्धृत किया है कि लागत लगभग एक करोड़ पचास लाख रुपए होगी।
उनका यह लिखना कि 'लकड़ी के खम्भों को परस्पर बाँधकर' दूसरा ऐसा विवरण है जो मियाँ मोहम्मद दीन के स्रोत की अनधिकृतता को धोखा देता है, क्योंकि टैवर्नियर ने पहले ही बता दिया है कि लकड़ी प्राप्त न होने के कारण सभी मचान ईंटों के बनाए गए और यही कारण है कि सम्पूर्ण कार्य की अपेक्षा मचान बाँधने का खर्च अधिक बैठा।
इन सबसे ऊपर मियाँ मोहम्मद दीन के लेख में सबसे बड़ी कमी यह है कि अपने आँकड़ों एवं तथ्यों के प्रमाणस्वरूप उसने कोई अधिकृत उद्धरण प्रस्तुत नहीं किए हैं।
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- प्राक्कथन
- पूर्ववृत्त के पुनर्परीक्षण की आवश्यकता
- शाहजहाँ के बादशाहनामे को स्वीकारोक्ति
- टैवर्नियर का साक्ष्य
- औरंगजेब का पत्र तथा सद्य:सम्पन्न उत्खनन
- पीटर मुण्डी का साक्ष्य
- शाहजहाँ-सम्बन्धी गल्पों का ताजा उदाहरण
- एक अन्य भ्रान्त विवरण
- विश्व ज्ञान-कोश के उदाहरण
- बादशाहनामे का विवेचन
- ताजमहल की निर्माण-अवधि
- ताजमहल की लागत
- ताजमहल के आकार-प्रकार का निर्माता कौन?
- ताजमहल का निर्माण हिन्दू वास्तुशिल्प के अनुसार
- शाहजहाँ भावुकता-शून्य था
- शाहजहाँ का शासनकाल न स्वर्णिम न शान्तिमय
- बाबर ताजमहल में रहा था
- मध्ययुगीन मुस्लिम इतिहास का असत्य
- ताज की रानी
- प्राचीन हिन्दू ताजप्रासाद यथावत् विद्यमान
- ताजमहल के आयाम प्रासादिक हैं
- उत्कीर्ण शिला-लेख
- ताजमहल सम्भावित मन्दिर प्रासाद
- प्रख्यात मयूर-सिंहासन हिन्दू कलाकृति
- दन्तकथा की असंगतियाँ
- साक्ष्यों का संतुलन-पत्र
- आनुसंधानिक प्रक्रिया
- कुछ स्पष्टीकरण
- कुछ फोटोग्राफ