इतिहास और राजनीति >> ताजमहल मन्दिर भवन है ताजमहल मन्दिर भवन हैपुरुषोत्तम नागेश ओक
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पी एन ओक की शोघपूर्ण रचना जिसने इतिहास-जगत में तहलका मचा दिया...
२१. निजामशाह को दबाने के लिए शाही सेना भेजी गई।
२२. अपने शासन के नौवें वर्ष में शाहजहाँ स्वयं कन्दहार, नान्देड़, उदगीर उसा, अहमदनगर, अश्ते, जुनार, संगमनेर, नासिक, त्र्यम्बक और मसिज को दबाने के अभियान में सम्मिलित होने दक्षिण की ओर चल दिया।
२३. खानजहाँ और खानजमाँ ने बीजापुर के विरुद्ध अभियान का नेतृत्व किया। उदगीर, इन्द्रापुर, मालकी, कल्याण, धाराशिव, माहुली और लोहागाँव से लड़ाइयाँ लड़ी गईं। अब्दुल हमीद का बादशाहनामा बताता है कि खानजमा ने बीजापुर के प्रदेशों में घुसकर लूट मचा दी और जिस किसी भी बस्ती में वह गया उसे नष्ट कर दिया। कोल्हापुर पर अधिकार कर लिया गया। मीराज और रायबाग लूट लिये गए और आँकी, टॉकी, अलका और पलका (दौलताबाद से ३६ मील पर) दुर्गों पर अधिकार कर लिया।
२४. शासन के दसवें वर्ष में जुनीर दुर्ग हथिया लिया गया। शाहू का दक्षिण में माहुली और मुरंजन तक पीछा किया गया। परिणामस्वरूप शाहू को युवा निजामशाह सहित आत्मसमर्पण करना पड़ा। उनसे जुनीर, त्र्यंबक, त्रिंगलवाड़ी, हरीस, जुघन, जुंद और हरसिरा दुर्गों को भी सौंपने पर विवश किया गया।
२५. जुझार के पुत्र पृथ्वीराज के अधीन, पुत्र पृथ्वीराज के अधीन, जो प्रथम हत्याकांड में बच निकला था, बुन्देलों ने विद्रोह कर दिया।
२६. कश्मीर के सूबेदार जफर खाँ को ८० हजार अश्वारोही और पदाति सेना लेकर तिब्बत पर आक्रमण के लिए जाने का आदेश हुआ।
२७. शासन के ग्यारहवे वर्ष में कन्दहार और अन्य दुर्गों पर अधिकार कर लिया गया।
२८. कूच हाजू के शासक परीक्षित और कूच-बिहार के शासक लक्ष्मीनारायण ने विद्रोह कर दिया।
२९. नौ दुर्गों, ३४ परगनों और १००१ ग्रामोंवाले बगलाना प्रदेश पर चढ़ाई अभियान किया।
३०. शासन के बारहवें वर्ष चेतगाँव के राजा माणिकराज को अपदस्थ कर दिया गया।
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- प्राक्कथन
- पूर्ववृत्त के पुनर्परीक्षण की आवश्यकता
- शाहजहाँ के बादशाहनामे को स्वीकारोक्ति
- टैवर्नियर का साक्ष्य
- औरंगजेब का पत्र तथा सद्य:सम्पन्न उत्खनन
- पीटर मुण्डी का साक्ष्य
- शाहजहाँ-सम्बन्धी गल्पों का ताजा उदाहरण
- एक अन्य भ्रान्त विवरण
- विश्व ज्ञान-कोश के उदाहरण
- बादशाहनामे का विवेचन
- ताजमहल की निर्माण-अवधि
- ताजमहल की लागत
- ताजमहल के आकार-प्रकार का निर्माता कौन?
- ताजमहल का निर्माण हिन्दू वास्तुशिल्प के अनुसार
- शाहजहाँ भावुकता-शून्य था
- शाहजहाँ का शासनकाल न स्वर्णिम न शान्तिमय
- बाबर ताजमहल में रहा था
- मध्ययुगीन मुस्लिम इतिहास का असत्य
- ताज की रानी
- प्राचीन हिन्दू ताजप्रासाद यथावत् विद्यमान
- ताजमहल के आयाम प्रासादिक हैं
- उत्कीर्ण शिला-लेख
- ताजमहल सम्भावित मन्दिर प्रासाद
- प्रख्यात मयूर-सिंहासन हिन्दू कलाकृति
- दन्तकथा की असंगतियाँ
- साक्ष्यों का संतुलन-पत्र
- आनुसंधानिक प्रक्रिया
- कुछ स्पष्टीकरण
- कुछ फोटोग्राफ