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इतिहास और राजनीति >> ताजमहल मन्दिर भवन है ताजमहल मन्दिर भवन हैपुरुषोत्तम नागेश ओक
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पी एन ओक की शोघपूर्ण रचना जिसने इतिहास-जगत में तहलका मचा दिया...
११. बुरहानपुर में बहुत अधिक समय तक रहने के बाद थका हुआ और क्रुद्ध बादशाह राजधानी आगरा लौटा, क्योंकि दक्षिण के मामलों को निपटाने में आजम खाँ असफल सिद्ध हुआ था।
१२. हुगली दुर्ग पर अधिकार कर लिया गया।
१३. गालना दुर्ग एक अन्य अभियान का केन्द्र बना।
१४. शासन के छठे वर्ष में, मालवा में अपनी जाति का मुखिया भागीरथ भील विद्रोह कर उठा।
१५. इसी वर्ष बहुत बड़े रूप में हिन्दू मन्दिरों को नष्ट करने का अभियान चलाया गया।
१६. दौलताबाद पर विजय प्राप्त की गई।
१७. कासिम खाँ और कम्बू ४०० ईसाइयों को पकड़कर ले आए। बन्दियों, जिनमें महिलाएं भी थीं, को इस्लाम स्वीकार करने या यातना और मौत स्वीकार करने के लिए विवश किया गया।
१८. शासन के सातवें वर्ष में शाहजादा शाह शुजा परेण्डा दुर्ग पर चढ़ाई करने के लिए गया। उसके आसपास अनेक लड़ाइयाँ लड़ी गईं।
१९. जुझारसिंह बुन्देला और उसके पुत्र विक्रमजीत ने विद्रोह कर दिया। उनके विरुद्ध अभियान माण्डेर, उंड़छा और चौरागढ़ दुर्ग के आस-पास केन्द्रित हो गया। अन्य अभियानों की भाँति यह अभियान शाहजहाँ के सैनिकों द्वारा किए गए दानवीय अत्याचारों की करुण कहानी है।
२०. झाँसी दुर्ग पर अधिकार कर लिया गया।
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- प्राक्कथन
- पूर्ववृत्त के पुनर्परीक्षण की आवश्यकता
- शाहजहाँ के बादशाहनामे को स्वीकारोक्ति
- टैवर्नियर का साक्ष्य
- औरंगजेब का पत्र तथा सद्य:सम्पन्न उत्खनन
- पीटर मुण्डी का साक्ष्य
- शाहजहाँ-सम्बन्धी गल्पों का ताजा उदाहरण
- एक अन्य भ्रान्त विवरण
- विश्व ज्ञान-कोश के उदाहरण
- बादशाहनामे का विवेचन
- ताजमहल की निर्माण-अवधि
- ताजमहल की लागत
- ताजमहल के आकार-प्रकार का निर्माता कौन?
- ताजमहल का निर्माण हिन्दू वास्तुशिल्प के अनुसार
- शाहजहाँ भावुकता-शून्य था
- शाहजहाँ का शासनकाल न स्वर्णिम न शान्तिमय
- बाबर ताजमहल में रहा था
- मध्ययुगीन मुस्लिम इतिहास का असत्य
- ताज की रानी
- प्राचीन हिन्दू ताजप्रासाद यथावत् विद्यमान
- ताजमहल के आयाम प्रासादिक हैं
- उत्कीर्ण शिला-लेख
- ताजमहल सम्भावित मन्दिर प्रासाद
- प्रख्यात मयूर-सिंहासन हिन्दू कलाकृति
- दन्तकथा की असंगतियाँ
- साक्ष्यों का संतुलन-पत्र
- आनुसंधानिक प्रक्रिया
- कुछ स्पष्टीकरण
- कुछ फोटोग्राफ











