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पौराणिक >> संसार-चक्र

संसार-चक्र

दुर्गा प्रसाद खत्री

प्रकाशक : लहरी बुक डिपो प्रकाशित वर्ष : 1984
पृष्ठ :116
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 15393
आईएसबीएन :0

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एक बहुत बड़े रईस को रोजगार में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा जिसकी वजह से वह कर्ज में लद गया। दीवाले से बचने के लिये मजबूरी में उसने एक सुन्दर युवती की बहुत बड़ी रकम चुरा ली |
तब फिर क्या हुआ ? क्या वह पुलिस और कानून के चक्कर से बच सका?

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रहस्यपूर्ण जासूसी उपन्यास बाबू दुर्गाप्रसाद खत्री

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