नई पुस्तकें >> दून के पाँखी दून के पाँखीदिनेश कुमार सिंह
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51 हृदयस्पर्शी कवितायें
कविता क्रम
1. माँ - शब्द सुमन 10
2. माँ की परिभाषा 12
3. जीवन दर्पण है 14
4. अंत, अनंत समय 16
5. मैं समय हूँ 18
6. रवि और कवि 20
7. शून्य 22
8. दरवाजा 24
9. हमारा वहम 26
10. बदलाव 28
11. धुंध 30
12. दिनभर के किस्से 32
13. लड़ाई 34
14. दलदल 36
15. सीखने का तरीका 38
16. घर 40
17. सूखे रिश्ते 42
18. अकेला 44
19. कविता क्या बोले? 46
20. अनवरत रात 48
21. फासला 50
22. नींव का पत्थर 52
23. मन एक समुंदर है 54
24. राह नई 56
25. आखिर, सच जीत जाएगा 58
26. रिश्तों की दीवार 60
27. दोस्ती का धागा 62
28. शिकायत है तुमसे, दोस्त! 64
29. कमजोर कहानी 66
30. बेचारा 68
31. चाँद से बातें 70
32. अपनी बात सुनाओ तुम 72
33. गोल दुनिया 74
34. बिखरने लगा है, सब कुछ 76
35. अधूरा घर 78
36. नारी की पहचान अलग 80
37. आगे की सोच 82
38. हमने जीना जाना है 84
39. नया सवेरा 86
40. माली 88
41. तुम भी खो जाओगे 90
42. माँ-बाप 92
43. बूढ़ा हो गया 94
44. उम्र का आईना 96
45. सूखा दरख़्त 98
46. पिता 100
47. वह मंदिर 102
48. वह आदमी 104
49. याद कोई आ जाता है 106
50. एक युग बीत गया 108
51. क्योंकि तू साथ नहीं है माँ 110
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