जीवनी/आत्मकथा >> कुल्ली भाट कुल्ली भाटसूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
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कुल्ली के जीवन-संघर्ष के बहाने इसमें निराला का अपना सामाजिक जीवन मुखर हुआ है और बहुलांश में यह महाकवि की आत्माकथा ही है।
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