Pipalvasi Bhoot Aur Anya Natak - Hindi book by - Surendra Suman - पीपलवासी भूत और अन्य नाटक - सुरेन्द्र सुमन
लोगों की राय

चिल्ड्रन बुक ट्रस्ट >> पीपलवासी भूत और अन्य नाटक

पीपलवासी भूत और अन्य नाटक

सुरेन्द्र सुमन

प्रकाशक : सी.बी.टी. प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2005
पृष्ठ :70
मुखपृष्ठ :
पुस्तक क्रमांक : 3991
आईएसबीएन :81-7011-905-7

Like this Hindi book 5 पाठकों को प्रिय

357 पाठक हैं

प्रस्तुत है बाल नाटक...

परदा हटा, खुला वो फाटक, देखो शुरू हुआ अब नाटक। गौरव,सौरभ, गुड़िया, जीतू लक्की, छोटू, स्वीटी, दीपू, मोन्टी बाबा, ढोल बजाओ, जितने भी हों, लोग बुलाओ। भूत बने तो फंस गए बच्चे, सूरज राजा कान के कच्चे। आम का पेड़ हुआ नाराज, मूरख के सिर गिर गई गाज। तोड़ शरम के सारे फाटक, आओ-आओ, खेलें नाटक।

प्रथम पृष्ठ

लोगों की राय

No reviews for this book