लोगों की राय

कहानी संग्रह >> ठुमरी

ठुमरी

फणीश्वरनाथ रेणु

प्रकाशक : राजकमल प्रकाशन प्रकाशित वर्ष : 2022
पृष्ठ :167
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 4557
आईएसबीएन :9788126705597

Like this Hindi book 2 पाठकों को प्रिय

235 पाठक हैं

ठुमरी की कहानियाँ जीवन की सहज लय को मोहक सुरों में बाँधने का कलात्मक प्रयास है।

अमर कथाशिल्पी फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ के उपन्यास अगर लोकजीवन के महाकाव्य हैं, तो उनकी कहानियाँ अविस्मरणीय कथा-गीत। ये मन के अछूते तारों को झंकृत करती हैं। इनमें एक अनोखी रसमयता और एक अनोखा सम्मोहन है।

ठुमरी में रेणु की नौ अतिचर्चित कहानियाँ संगृहीत हैं। इन कहानियों में जैसे कथाकार ने अपने प्राणों का रस घोल डाला है। इन्हें पढ़ते-पढ़ते कोमलतम अनुभूतियाँ अपने-आप सुगबुगा उठती हैं। चाहे वह ‘रसप्रिया’ या ‘लाल पान की बेगम’ हो, या ‘तीसरी कसम’ - इस संग्रह की लगभग हर कहानी मन पर अपनी कभी न मिटने वाली छाप छोड़ जाने में समर्थ है।

‘ठुमरी’ की कहानियाँ जीवन की सहज लय को मोहक सुरों में बाँधने का कलात्मक प्रयास हैं। इनमें पीड़ा और अवसाद की अनुगूँजें हैं, आनंद और उल्लास के मुखरित कलरव-गान हैं।

‘ठुमरी’ की कहानियाँ एक समय-विशेष की पहचान है। जीवन की एक विशिष्ट लयधारा इनमें पूरी प्राणमयता से प्रवाहित है।

प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book