लोगों की राय

भाषा एवं साहित्य >> जयशंकर प्रसाद की प्रासंगिकता

जयशंकर प्रसाद की प्रासंगिकता

प्रभाकर श्रोत्रिय

प्रकाशक : भारतीय ज्ञानपीठ प्रकाशित वर्ष : 2004
पृष्ठ :132
मुखपृष्ठ : सजिल्द
पुस्तक क्रमांक : 5348
आईएसबीएन :81-263-1055-3

Like this Hindi book 7 पाठकों को प्रिय

192 पाठक हैं

जयशंकर प्रसाद समुद्र जैसे गहरे और स्नायुमण्डल की तरह जटिल एवं महान रचनाकार हैं। परन्तु वहाँ फूलों की एक घाटी भी है, जिसमें करूणा की धारा बहती है।

A PHP Error was encountered

Severity: Notice

Message: Undefined index: common

Filename: books/book_info.php

Line Number: 553

...Prev |

<< पिछला पृष्ठ प्रथम पृष्ठ

अन्य पुस्तकें

लोगों की राय

No reviews for this book