धर्म एवं दर्शन >> महाभारत महाभारतसूर्यकान्त त्रिपाठी निराला
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व्यास-कृत महाभारत की सरल-संक्षिप्त प्रस्तुति
Mahabharat (Suryakant Tripathi Nirala)
महाभारत - व्यास-कृत महाभारत की सरल-संक्षिप्त प्रस्तुति - हिन्दी को निरालाजी का एक विशिष्ट और उपयोगी अवदान है।
यह पुस्तक विशेष रूप से उन लोगों के लिए लिखी गई है जो संस्कृत-ज्ञान से वंचित है।
निराला की इस पुस्तक में सभी महत्त्वपूर्ण घटना-प्रसंग समाविष्ट हैं। अपने संवादों में सारे प्रमुख पात्र भी पूरी तरह मुखर हैं!
अठारह सर्गों की क्रमबद्ध कथा ऐसी सरस और प्रवाहमयी भाषा-शैली में प्रस्तुत की गई है कि मूल ग्रन्थ को नहीं पढ़ पाने के बावजूद उसके सम्पूर्ण घटनाक्रम और विशिष्ट भावना-लोक से पाठक का सहज ही गहरा रिश्ता बन जाता है।
यह पुस्तक विशेष रूप से उन लोगों के लिए लिखी गई है जो संस्कृत-ज्ञान से वंचित है।
निराला की इस पुस्तक में सभी महत्त्वपूर्ण घटना-प्रसंग समाविष्ट हैं। अपने संवादों में सारे प्रमुख पात्र भी पूरी तरह मुखर हैं!
अठारह सर्गों की क्रमबद्ध कथा ऐसी सरस और प्रवाहमयी भाषा-शैली में प्रस्तुत की गई है कि मूल ग्रन्थ को नहीं पढ़ पाने के बावजूद उसके सम्पूर्ण घटनाक्रम और विशिष्ट भावना-लोक से पाठक का सहज ही गहरा रिश्ता बन जाता है।
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