संस्कृति >> श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या श्री राम की जन्मभूमि अयोध्याबनवारी लाल कंछल
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श्री राम की जन्मभूमि अयोध्या...
प्रस्तुत हैं पुस्तक के कुछ अंश
सतयुग में महाराज मनु ने जिन सात मोक्षदायिनी नगरियों को बसाया था, उनमें से एक है-सर्वप्रथम बसाई जाने वाली नगरी अयोध्या। विभिन्न ग्रंथों में इसे साकेत, विशाखा, कौशलपुरी, अपराजिता और अवधपुरी भी कहा गया है। वैष्णव-आचार्यों का मानना है कि वैसे तो यह ‘अयोध्या’ वैकुंठनाथ की नगरी थी, लेकिन महाराज मनु इसे उनसे मांग कर लाए थे, ताकि यहां से सृष्टि की व्यवस्था की जा सके।
अयोध्या का अर्थ है-जिससे युद्ध न किया जा सके। श्रीविष्णु के अवतार श्रीराम ने इसी पुण्यभूमि पर मनुष्यरूप मंु जन्म लिया था और असुरों का संहार कर के धर्म की पुनर्स्थापना की थी।
जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए भी अयोध्या पुण्यभूमि है। विभिन्न आस्था से जुड़े स्थानों के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होता है इस नगरी में।
अयोध्या का अर्थ है-जिससे युद्ध न किया जा सके। श्रीविष्णु के अवतार श्रीराम ने इसी पुण्यभूमि पर मनुष्यरूप मंु जन्म लिया था और असुरों का संहार कर के धर्म की पुनर्स्थापना की थी।
जैन और बौद्ध धर्म के अनुयायियों के लिए भी अयोध्या पुण्यभूमि है। विभिन्न आस्था से जुड़े स्थानों के दर्शन करने का सौभाग्य प्राप्त होता है इस नगरी में।
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