कथा की पुस्तकें >> बड़े घर की बेटी बड़े घर की बेटीप्रेमचंद
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प्रस्तुत है पुस्तक के कुछ अंश
कथा सम्राट प्रेमचंद विश्व के उन प्रसिद्ध एवं विशिष्ट कथाकारों की श्रेणी में गिने जाते हैं, जिन्होंने समाज के सभी वर्गों - अमीर-गरीब, स्त्री-पुरुष, बच्चे-बूढ़े, जमींदार-किसान, साहूकार-कर्जदार आदि के जीवन और उनकी समस्याओं को यथार्थवादी धरातल पर बड़ी ही सीधी-सादी शैली और सरल भाषा में प्रस्तुत करते हुए एक दिशा देने का प्रयास किया है। यही कारण है कि प्रेमचंद की कहानियां हिंदी भाषी क्षेत्रों में ही नहीं, संपूर्ण भारत में आज भी पढ़ी, समझी और सराही जाती हैं।
इतना ही नहीं, विदेशी भाषाओं में भी उनकी चुनी हुई कहानियों के अनुवाद हो चुके हैं।
प्रेमचंद की इसी प्रासंगिकता के संदर्भ में प्रस्तुत है उनकी कुछ विशिष्ट कहानियों का संग्रह ‘बड़े घर की बेटी’, जिसमें विभिन्न सामाजिक एवं पारिवारिक जीवन के खट्टे-मीठे अनुभव बिखरे पड़े हैं।
इतना ही नहीं, विदेशी भाषाओं में भी उनकी चुनी हुई कहानियों के अनुवाद हो चुके हैं।
प्रेमचंद की इसी प्रासंगिकता के संदर्भ में प्रस्तुत है उनकी कुछ विशिष्ट कहानियों का संग्रह ‘बड़े घर की बेटी’, जिसमें विभिन्न सामाजिक एवं पारिवारिक जीवन के खट्टे-मीठे अनुभव बिखरे पड़े हैं।
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