लोगों की राय

हास्य-व्यंग्य

निठल्ले की डायरी

हरिशंकर परसाई

मूल्य: $ 14.95

हरिशंकर परसाई हिन्दी के अकेले ऐसे व्यंग्यकार रहे हैं जिन्होंने आनन्द को व्यंग्य का साध्य न बनने देने की सर्वाधिक सचेत कोशिश की।   आगे...

पगडंडियों का ज़माना

हरिशंकर परसाई

मूल्य: $ 12.95

इस पुस्तक में हिन्दी के सबसे सशक्त और लोकप्रिय व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई के लगभग दो दर्जन निबन्ध संगृहीत हैं।

  आगे...

प्रतिनिधि व्यंग्य: मनोहर श्याम जोशी

मनोहर श्याम जोशी

मूल्य: $ 1.95

इस संकलन में संकलित सामग्री से व्यंग्य की यह शक्ति ही सामने नहीं आती, बतौर व्यंग्यकार जोशी जी की ताकत का भी पता चलता है।   आगे...

शिकायत मुझे भी है

हरिशंकर परसाई

मूल्य: $ 8.95

शिकायत मुझे भी है में हरिशंकर परसाई के लगभग दो दर्जन निबन्ध संगृहीत हैं   आगे...

तहँ तहँ भ्रष्टाचार

सतीश अग्निहोत्री

मूल्य: $ 10.95

'तहँ तहँ भ्रष्टाचार' व्यंग्य-संग्रह में सतीश अग्निहोत्री ने समकालीन समाज की अनेक विसंगतियों पर प्रहार किया है।   आगे...

तुलसीदास चंदन घिसैं

हरिशंकर परसाई

मूल्य: $ 14.95

तुलसीदास चन्दन घिसैं के आलेखों का केंद्रीय स्वर मुख्यतः सत्ता और संस्कृति के सम्बन्ध हैं।   आगे...

उर्दू की आखिरी किताब

इब्ने इंशा

मूल्य: $ 9.95

उर्दू में तंजनिगारी (व्यंग्य) के जो बेहतरीन उदाहरण मौजूद हैं उनमें इब्ने इंशा का अंदाज सबसे अलहदा और प्रभाव में कहीं ज्यादा गहरा, कहीं ज्यादा तीक्ष्ण है।

  आगे...

वैष्णव की फिसलन

हरिशंकर परसाई

मूल्य: $ 14.95

‘वैष्णव की फिसलन’ प्रसिद्ध व्यंग्यकार हरिशंकर परसाई की श्रेष्ठ रचनाओं का संकलन है।   आगे...

माटी कहे कुम्हार से

हरिशंकर परसाई

मूल्य: $ 15.95

माटी कहे कुम्हार से   आगे...

कुछ कर न चम्पू

अशोक चक्रधर

मूल्य: $ 14.95

कुछ कर न चम्पू   आगे...

जीनियस

विनोद गोदरे

मूल्य: $ 1.95

जीनियस   आगे...

चौपाल पे ताऊ

शमीम शर्मा

मूल्य: $ 9

चौपाल पे ताऊ   आगे...

चम्पू कोई बयान नहीं देगा

अशोक चक्रधर

मूल्य: $ 15.95

चम्पू कोई बयान नहीं देगा   आगे...

बेईमानी की परत

हरिशंकर परसाई

मूल्य: $ 9

बेईमानी की परत   आगे...

दो कौमें

सआदत हसन मंटो

मूल्य: $ 7.95

दो कौमें   आगे...

प्रतिभार्चन - आरक्षण बावनी

सारंग त्रिपाठी

मूल्य: $ 4.95

५२ छन्दों में आरक्षण की व्यर्थता और अनावश्यकता….   आगे...

 

‹ First23242526 इस संग्रह में कुल 259 पुस्तकें हैं|