लोगों की राय
|
मूल्य: $ 9.95
अपने उन्वान को सार्थक करती हुई प्रवेश धवन की कविताएं सचमुच अपने पाठकों का ध्यान बरबस अपनी ओर आकर्षित कर लेती हैं।
आगे...
|
|
मूल्य: $ 8.95
प्रणय मूल्य था कठिन बहुत, पर चाहा मैंने मूल्य चुकाना
आगे...
|
|
मूल्य: $ 8.95
यों तो बुन्देली जनमानस चौकड़ियों में रचा-बसा रहता है, हर व्यक्ति को सौ-पचास चौकड़ियां तो कण्ठस्थ होती ही हैं....
आगे...
|
|
मूल्य: $ 7.95
चेतना के सप्त स्वर, मुखरित हुए है वेदना से।
दे सकें यदि प्रेरणा तो धन्य हूँ इस प्रेरणा से।।
आगे...
|
|
मूल्य: $ 7.95
शूर्पणखा खण्डकाव्य की कथावस्तु रामायण कालीन होते हुये भी आज भी प्रासंगिक है
आगे...
|
|
मूल्य: $ 16.95
चाँदनी रात भर पास बैठी रही, हम अंधेरों में अपने भटकते रहे
आगे...
|
|
मूल्य: $ 9.95
कथ्य प्रधान कविता सामूहिक संवेदन को ललकारती है
आगे...
|
|
मूल्य: $ 9.95
‘अक्षर अक्षर चूम लिया’ काव्यसंग्रह में कवि ने गीतों और गजलों को पड़ोसी बना दिया है
आगे...
|
|
मूल्य: $ 7.95
सुधीर मौर्य की कविताएं भाव और भाषा में सौंधी ताजगी देती हैं, जो आकर्षक भी हैं व अपनी छाप भी मन पर छोड़ती हैं
आगे...
|
|
मूल्य: $ 9.95
कल्पना, भाव, संवेदना, यथार्थ - सब कुछ संजोता है - टुकड़ा कागज का
आगे...
|
|
मूल्य: $ 14.95
आगे...
|
|
मूल्य: $ 34.95
आगे...
|
|
मूल्य: $ 10.95
आगे...
|
|
मूल्य: $ 8.95
आगे...
|
|
मूल्य: $ 3.95
आगे...
|
|
मूल्य: $ 13.95
डॉ. सीताकांत महापात्र : मृत्यु के विरुद्ध जीवन की संघर्षपूर्ण गाथा और निरंतरता का काव्यात्मक उत्सव
आगे...
|
|
मूल्य: $ 13.95
आगे...
|
|
मूल्य: $ 11.95
आगे...
|
|
मूल्य: $ 11.95
आगे...
|
|
मूल्य: $ 10.95
आगे...
|
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: mxx
Filename: partials/footer.php
Line Number: 7
hellothai