लोगों की राय
|
मूल्य: $ 6.95
अधिकांश कवि पचास तक पहुँचते-पहुँचते अपने उतार पर होते हैं, लेकिन शमशेर के बारे में यह असंदिग्ध रूप से कहा जा सकता है कि
आगे...
|
|
मूल्य: $ 6.95
कवि मनोज कुमार शर्मा ने सामाजिक टूटन की अंतर्व्यथा को बड़ी सादगी से दर्ज किया है इन कविताओं में
आगे...
|
|
मूल्य: $ 6.95
इन कविताओं में भाषा एक चीख बनकर फूटी है
आगे...
|
|
मूल्य: $ 8.95
मंगलेश असाधारण संतुलन के कवि हैं-उनकी कविता ने न यथार्थ-बोध को खोया है, न अपने निजी संगीत को
आगे...
|
|
मूल्य: $ 12.95
भाषा के स्वीकृत विन्यास को सतर्क चुनौती देते हुए रची गई ये कविताएँ हमें संवेदनाओं के एक सघन संसार में ले जाती हैं
आगे...
|
|
मूल्य: $ 10.95
अपने अनेक समकालीन जनवादी कवियों से मंगलेश कई अर्थों में भिन्न और विशिष्ट है
आगे...
|
|
मूल्य: $ 14.95
पका है यह कटहल बाबा नागार्जुन की मैथिली भाषा में लिखी गई कविताओं का पठनीय संकलन है
आगे...
|
|
मूल्य: $ 14.95
‘रैदास-बानी’ का सम्पादन, मध्यकालीन साहित्य की ग्रंथ-विधा की सारी जटिलताओं को समेटते हुए पहली बार किया गया है
आगे...
|
|
मूल्य: $ 2.95
पारिवारिक और सामाजिक जीवन से कई किस्म की मुठभेड़ें हैं, आत्म-स्वीकृतियाँ हैं, यथार्थ से निर्मम मुकाबले हैं लेकिन निराशा या पस्ती कहीं नहीं है
आगे...
|
|
मूल्य: $ 15.95
"ओमप्रकाश वाल्मीकि की कविताएँ : उत्पीड़न के खिलाफ एक ताकतवर आवाज, समानता और मानव गरिमा की पक्षधर।"
आगे...
|
|
मूल्य: $ 14.95
पाश की कविता हमारी क्रांतिकारी काव्य–परंपरा की अत्यंत प्रभावी और सार्थक अभिव्यक्ति है।
आगे...
|
|
मूल्य: $ 12.95
लीलाधर जगूड़ी की कविता यथार्थ को आंशिकता में नहीं बल्कि उसकी पूरी जटिलता और बारीक़ियों में खोजती आई है।
आगे...
|
|
मूल्य: $ 14.95
प्रेम रंजन अनिमेष भारतीय लोक की जड़ों में जीवित जिजीविषा के गायक हैं।
आगे...
|
|
मूल्य: $ 7.95
‘बोली बात’ युवा कवि श्रीप्रकाश शुक्ल का दूसरा काव्य-संकलन है
आगे...
|
|
मूल्य: $ 40.95
आगे...
|
|
मूल्य: $ 12.95
राजेश जोशी का यह नवीनतम कविता–संग्रह हिन्दी कविता का एक नया शिखर है।
आगे...
|
|
मूल्य: $ 14.95
देहरी का मन’ संवेदनशील व विचारप्रवण कविताओं के लिए चर्चित डॉ. प्रभा ठाकुर का नया कविता-संग्रह है।
आगे...
|
|
मूल्य: $ 14.95
एकान्त के इस संकलन की कविताएँ हिन्दी की बेहतरीन कविताओं का नमूना प्रस्तुत करती हैं।
आगे...
|
|
मूल्य: $ 14.95
जो जैसा है उसे तुरत-फुरत पलक झपकते बदल डालने का जादू है कविता। राजेश जोशी ने यह बात अपने पहले कविता-संग्रह में कही थी।
आगे...
|
|
मूल्य: $ 12.95
आज की हिन्दी कविता को जिन लोगों ने सम्भव किया है उनमें विवेक निराला सर्वाधिक महत्त्व के अधिकारी हैं।
आगे...
|
A PHP Error was encountered
Severity: Notice
Message: Undefined index: mxx
Filename: partials/footer.php
Line Number: 7
hellothai