लोगों की राय

अनुराधा प्रकाशन की पुस्तकें :

यंगिस्तान के नौनिहाल

नीरज कुमार त्रिपाठी

मूल्य: $ 7.95

एक लेखक के तौर पर समाज के हर कोने में झाँकने की आदत ने मुझे कुछ अनजाने से पहलुओं को उकेरने में भारी योगदान दिया है। इस किताब में मैंने नौजवानों के एक बड़े समूह का चित्र खींचने का प्रयास किया है।   आगे...

रजनी गंधा

शबनम शंकर

मूल्य: $ 5.95

यथार्थ से अनुभव लेकर उनको कविताओं के माध्यम से व्यक्त किया है।   आगे...

वापसी

दिनेश मिश्रा

मूल्य: $ 11.95

यह उपन्यास प्रेम कहानी पर आधारित है। जिसमें नायिका नायक को बहुत कठिनाइयों के उपरांत प्राप्त करती है। जीवन मूल्यों एवं राष्ट्रीय मूल्यों को पात्रों एवं घटनाओं के माधयम से प्रदर्शित किया है।   आगे...

श्री अक्षरगीता महिमा वैभव

वीरेंदर शर्मा

मूल्य: $ 4.95

गीता के प्रथम पाँच अध्याय पंचानन भगवान महेश्वर के पाँच मुख हैं। आगे के दस अध्याय उनकी दस भुजाएँ हैं। सोलहवाँ अध्याय उनका उदर है। सत्तरहवें व अट्ठारहवें अध्याय उनके दोनों चरण है।   आगे...

श्री राम विवाह

गिरीन्दर मोहन झा

मूल्य: $ 7.95

श्रीराम विवाह – पावन परिणय ग्रंथ सहज संक्षिप्त काव्यमय गागर में समृद्ध सुन्दर भावमय सागर है।   आगे...

सच्चा प्यार क्या है

जुयाल सुबोध

मूल्य: $ 8.95

प्रेम पर आधारित उपन्यास, एक सर्द शाम को नेहा और में दोनों रानी झील के किनारे पर टहल रहे थे मैंने उफनती लहरों को देखते हुए नेहा से पूछा कुछ लोग कहते हैं।   आगे...

सन्देश

बृजेश पांडेय

मूल्य: $ 8.95

ब्रजेश जी ने अपनी कविता के माधयम से आपसे–हमसे अपने विचार बड़ी सहजता–सरलता एवं कुशलतापूर्वक साझा किये हैं।   आगे...

सारथी का सन्देश

गंदर्भ आनंद

मूल्य: $ 11.95

प्रस्तुत पुस्तक में अलग-अलग काव्य-छन्दों का अध्यायवार विश्लेषण प्रस्तुत किया गया है। जिस प्रकार मूल पुस्तक में अठारह अध्याय दिये हुए हैं, ठीक उसी प्रकार प्रस्तुत पुस्तक में अठारह सर्गों का अध्यायवार समावेश किया गया है।   आगे...

सिसकियाँ

नवल सिंह

मूल्य: $ 9.95

कविताओं के विषय कुछ इस प्रकार हैं जैसे बरसात, नदियां, पहाड़, धूप इत्यादि और ग़ज़लों में, कविताओं में और नज़्मों में इनकी उपस्थिति कुछ ज्यादा ही मिलेगी।   आगे...

सुखमन का मोड़ा

कुशलेन्द्र श्रीवास्तव

मूल्य: $ 10.95

कहानियां सीमेन्टी बयार में शूल भरी राहों को खोजती है, उसका हर पात्र भटकता हुआ प्रतिबिम्ब है जिसे मातृत्व से प्यार है, जिसे अपनी माटी से स्नेह है जिसे अपने एकाकी हो जाने पर एतराज नहीं है, शायद समाज के वर्तमान परिवेश से निकले ये पात्र हमारा प्रतिनिधित्व कर रहे हैं।   आगे...

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