लोगों की राय

राधाकृष्ण प्रकाशन की पुस्तकें :

बालम तू काहे न हुआ एन.आर.आई.

आलोक पुराणिक

मूल्य: $ 5.95

अगर सुदामा परदेश नहीं जाते, तो क्या इतने फेमस हो पाते ? नहीं। बालम, तू काहे न हुआ एन. आर. आई. आलोक पुराणिक का नया व्यंग्य संग्रह है।

  आगे...

बिखरे बिम्ब और पुष्प

गिरीश कारनाड

मूल्य: $ 12.95

इस पुस्तक में संकलित दोनों नाटक भी इसका अपवाद नहीं हैं। मोनोलॉग की शैली में लिखे ये नाटक पुनः हमें कुछ नैतिक चौराहों पर लाते हैं। एक ही चरित्र के दो चेहरों के परस्पर मुखामुखम से बुना नाटक ‘बिखरे बिम्ब’ मंजुला नायक नामक स्त्री, उसकी विकलांग बहन और पति की कहानी कहता है और ‘पुष्प’ में एक शिव-भक्त पुजारी तथा एक गणिका के माध्यम से नैतिक असमंजस की सर्जना की गई है। दोनों नाटक एक ही कलाकार द्वारा खेले जाने के ढंग से लिखे गए हैं, लेकिन उन्हें पुस्तक रूप से पढना भी कम दिलचस्प नहीं।

  आगे...

बिंदासबाबू की डायरी

सुधीश पचौरी

मूल्य: $ 8.95

व्यंग्य कविताएँ   आगे...

बिना दीवारों के घर

मन्नू भंडारी

मूल्य: $ 7.95

स्त्री-पुरुष के बीच परिस्थितिजन्य उभर जाने वाली गाँठों की परत-दर परत पड़ताल करने वाली नाट्य-कृति.....   आगे...

बिना हाड़-माँस के आदमी

मोहन राकेश

मूल्य: $ 2.95

बिना हाड़-माँस के आदमी

  आगे...

बिन्दो का लडका

शरतचंद्र चट्टोपाध्याय

मूल्य: $ 1.95

बाल साहित्य   आगे...

बिहारी मजदूरों की पीड़ा

अरविन्द मोहन

मूल्य: $ 9.95

"बिहार के गाँवों से पंजाब के खेतों तक : प्रवास, संघर्ष और परिवर्तन की एक यात्रा"

  आगे...

बीस रूपए

दया पवार

मूल्य: $ 7.95

इन कहानियों में समाज के दलित,पिछड़े और बुनियादी मानव-अधिकारों से वंचित तबके के लोगों के जिए और भोगे हुए यथार्थ का चित्रण...   आगे...

बूढ़ा घोड़ा

शशिकांत

मूल्य: $ 0.95

बाल साहित्य   आगे...

बूँद बूँद गजल

विनोद प्रकाश गुप्ता शलभ

मूल्य: $ 10.95

  आगे...

‹ First4647484950Last ›   757 पुस्तकें हैं|