राजकमल प्रकाशन की पुस्तकें :
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भारत के मध्य भाग की अजीब दस्तानपवन कुमार वर्मा
मूल्य: $ 9.95 भारत के मध्य वर्ग की अजीब दास्ताँ में पवन कुमार वर्मा ने इसी प्रस्थान बिंदु से बीसवीं शताब्दी में मध्य वर्ग के उदभव और विकास की विस्तृत जांच-पड़ताल की है। आगे... |
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भारत के संकटग्रस्त वन्य प्राणीगुणाकर मुले
मूल्य: $ 16.95
"प्रकृति का संतुलन : हमारे अस्तित्व की कुंजी" आगे... |
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भारत में अंग्रेज़ी राज और मार्क्सवाद : खंड-1रामविलास शर्मा
मूल्य: $ 40.95
यह ग्रन्थ अंग्रेज़ी राज के दौरान भारतीय जनता की साम्राज्यवाद-विरोधी संघर्ष- चेतना और उसके विरुद्ध रची गयी पेचीदा साजिशों का पहली बार प्रामाणिक विश्लेषण प्रस्तुत करता है। आगे... |
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भारत में अंग्रेज़ी राज और मार्क्सवाद : खंड-2रामविलास शर्मा
मूल्य: $ 40.95 |
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भारत में विदेशी लोग एवं विदेशी भाषाएँश्रीश चौधरी
मूल्य: $ 32.95 |
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भारत से प्यारआर.एम.लाला
मूल्य: $ 19.95 जमशेदजी टाटा का जीवन और उनके समय का जीवंत चित्रण आगे... |
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भारतनामासुनील खिलनानी
मूल्य: $ 19.95 भारतीय विविधता और बहुलता का गुणगान करता हुआ यह भारतनामा अपने पाठकों को राष्ट्रीय जीवन के विविध आयामों का साक्षात्कार कराता है आगे... |
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भारतीय अंक-पद्धति की कहानीगुणाकर मुले
मूल्य: $ 9.95
"भारत की अमर देन : संख्याओं की वैश्विक भाषा" आगे... |
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भारतीय काव्यशास्त्र के नये क्षितिजराममूर्ति त्रिपाठी
मूल्य: $ 19.95 परंपरा कोई विच्छिन्न क्रम नहीं है। उसका स्वाभाविक विकास निरंतर होता रहता है। आगे... |
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भारतीय डायस्पोरा: विविध आयामरामशरण जोशी
मूल्य: $ 14.95 ‘डायस्पोरा’ शब्द का मुख्य अर्थ है – अपने देश की धरती से दूर विदेश में बसना, अर्थात ‘प्रवासन’! आगे... |