विभिन्न रामायण एवं गीता >> श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 1 श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय 1महर्षि वेदव्यास
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भगवद्गीता की पृष्ठभूमि
भक्तियोग - नामक बारहवाँ अध्याय
1-12 साकार और निराकार के उपासकों की उत्तमता का निर्णय और भगवत्प्राप्ति
के उपाय का विषय।
13-20 भगवत्-प्राप्त पुरुषों के लक्षण।
क्षेत्र-क्षेत्रज्ञविभागयोग - नामक तेरहवाँ अध्याय
1-18 ज्ञानसहित क्षेत्र-क्षेत्रज्ञ का विषय।
19-34 ज्ञानसहित प्रकृति-पुरुष का विषय।
गुणत्रयविभागयोग - नामक चौदहवाँ अध्याय
1-4 ज्ञान की महिमा और प्रकृति-पुरुष से जगत् की उत्पत्ति।
5-18 सत्, रज, तम - तीनों गुणों का विषय।
19-27 भगवत्पाप्ति का उपाय और गुणातीत पुरुष के लक्षण।
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