नई पुस्तकें >> मिस आर - आरंभ मिस आर - आरंभदिशान्त शर्मा
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भारत की पहली महिला सुपर हीरोइन ‘मिस -आर' जो खुद एक बलात्कार पीड़िता और एसिड पीड़िता है लेकिन उसकी ‘औरा पावर’ ने उसे एक नया अवतार दिया है। वो खुद की और लोगों की मदद करना चाहती है...
कैथरीन ने बंद होती हुई आँखों से एक दृश्य देखा। उसने देखा कि दोनों आकृतियाँ थोड़ा आगे बढ़ रुक गयी थीं। तभी उसके पीछे से कोई व्यक्ति आगे आया जिसके हाथ में भी कुछ हथियारनुमा चीज थी। उस व्यक्ति ने अपना पहना हुआ कुछ कंबल जैसा वस्त्र उछाल दिया था और तभी कैथरीन की आँख बंद हो गयी थी।
कैथरीन अपना हाथ अपने सिर पर रखे हुए इस याद की सत्यता को परखने की कोशिश कर रही है। कुछ पल बाद कैथरीन ने घर का मुआयना करने का निश्चय किया और वो कमरे से निकल कर सीधे रसोई में गई। वहाँ पर मोमबत्ती और चाकू अपनी जगह पर ही थे, मानो उन्हें छुआ तक नहीं गया हो। इसके बाद कैथरीन सीधे आँगन में गई, लेकिन यह देखकर हैरान रह गई कि वहाँ पर संघर्ष का कोई-भी निशान तक नहीं था। यह देखकर कैथरीन धप्प-से सोफे पर बैठ गई और सोचने लगी कि आखिर वो सब क्या था? काफी सोचने के बाद उसे रात में पी गयी कफ सिरप की याद आई। शायद उसी के असर से ही उसे इस प्रकार का भयानक सपना आया होगा और शायद वो नींद में ही चलते-चलते कमरे में चली गयी होगी। लेकिन उसे तो नींद में चलने की आदत नहीं है, या फिर यह भी उसी दवाई का असर रहा होगा।
अंत में कैथरीन ने भविष्य में उस दवाई का सेवन न करने का प्रण लिया और इस याद को भयानक सपना मान भूलने का संकल्प लिया और अपनी दिनचर्या के कामों में लग गई।
लेकिन..... कैथरीन ने इस बात पर गौर नहीं किया था कि उसकी किताबें भी सोफे के पास से हटकर उसके कमरे में आ गयी थीं, और उन दोनों आकृतियों के पास वाली खिड़की के नीचे अभी-भी एक बहुत ही छोटा-सा काला निशान फर्श पर था जो कि किसी चीज से फर्श के जलने पर ही बना था। कैथरीन ने इस पर अभी-भी ध्यान नहीं दिया था लेकिनयह दोनों बातें उस याद को बुरा स्वप्न के स्थान पर एक वास्तविक घटना सिद्ध कर रही थीं।
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- अनुक्रमणिका