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			 कविता संग्रह >> आनन्द मंजरी आनन्द मंजरीत्रिलोक सिंह ठकुरेला
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त्रिलोक सिंह ठकुरेला की मुकरियाँ
मेरी सभी रचनाओं की प्रथम श्रोता मेरी जीवन संगिनी श्रीमती साधना ठकुरेला ही होती हैं। कई बार उनके परामर्श पर मैं रचनाओं में अपेक्षित बदलाव भी करता हूँ।
डॉ. बहादुर मिश्र ने इस कृति के बारे में दो शब्द लिखकर इसकी महत्ता बढ़ा दी है। 
मैं डॉ. बहादुर मिश्र, श्री हीरा प्रसाद ‘हरेन्द्र’, जीवन संगिनी साधना ठकुरेला सहित उन सभी का हृदय से आभारी हूँ, जिनका इस कृति के सृजन में परोक्ष अपरोक्ष रूप से मुझे सहयोग मिला है। राजस्थानी ग्रन्थागार के श्री राजेन्द्र सिंघवी ने मेरे सृजन को पुस्तक रूप में पाठकों के समक्ष प्रस्तुत किया, इस हेतु उनका आभार प्रकट करना मैं अपना कर्त्तव्य समझाता हूँ।
यदि ‘आनन्द मंजरी’ पाठकों के लिए उपयोगी सिद्ध होती है तो मैं अपना श्रम सार्थक समझूँगा।
आपके सुझावों का सदैव स्वागत है।
बंगला संख्या-99,
रेलवे चिकित्सालय के सामने
आबू रोड़-307026 (राजस्थान)
मो. 9460714267
						
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