लोगों की राय

हास्य-व्यंग्य

प्रधानमंत्री की धोबिन

ओम गुप्ता

मूल्य: Rs. 200

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आत्मा का प्रदूषण

गोपाल शेखरन

मूल्य: Rs. 150

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एक और स्वर्ण जयन्ती

राजेन्द्र श्रीवास्तव

मूल्य: Rs. 150

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मिस युनिवर्स

आर. के. पालीवाल

मूल्य: Rs. 150

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एक अधूरी प्रेम कहानी का दुखान्त

कैलाश मंडलेकर

मूल्य: Rs. 140

व्यंग्यकार अपने आसपास की घटनाओं पर पैनी निगाह रखता है   आगे...

शेष-अवशेष

रवीन्द्रनाथ त्यागी

मूल्य: Rs. 180

शेष-अवशेष' में रवींद्रनाथ त्यागी के व्यंग्य और उनके विविध रचनाएँ सम्मिलित हैं....   आगे...

प्रत्यंचा

ज्ञान चतुर्वेदी

मूल्य: Rs. 295

ज्ञान चतुर्वेदी ने कमोबेश एक दशक से भी अधिक के, अपने स्तम्भ-लेखन में समझ, सामर्थ्य और शिल्प की ऐसी 'त्रयी' गढ़ ली है, जिसके चलते उन्होंने...

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महापुरुष

हरिपाल त्यागी

मूल्य: Rs. 150

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ताजमहल का उद्घाटन

अजय शुक्ला

मूल्य: Rs. 200

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अनुभव

मदन शर्मा

मूल्य: Rs. 200

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जो दिल की तमन्ना है

संजय अग्निहोत्री

मूल्य: Rs. 130

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हम न मरब

ज्ञान चतुर्वेदी

मूल्य: Rs. 399

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नरक यात्रा

ज्ञान चतुर्वेदी

मूल्य: Rs. 299

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खामोश नंगे हमाम में हैं

ज्ञान चतुर्वेदी

मूल्य: Rs. 150

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स्कोलेरिस की छाँव में

पुरुषोत्तम अग्रवाल

मूल्य: Rs. 300

स्कोलेरिस की छाँव में

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कहत कबीर

हरिशंकर परसाई

मूल्य: Rs. 350

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काका काकी की नोकझोंक

काका हाथरसी

मूल्य: Rs. 95

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नंगातलाई का गाँव

विश्वनाथ त्रिपाठी

मूल्य: Rs. 95

नंगातलाई का गाँव...   आगे...

ढाक के तीन पात

मलय जैन

मूल्य: Rs. 400

ढाक के तीन पात...   आगे...

आओ भ्रष्टाचार करें

कुमार गगन

मूल्य: Rs. 100

भ्रष्टाचार के अनेक लाभ हैं। पहला लाभ तो यह है कि देश-विदेश में नाम हो जाता है   आगे...

नेताजी कहिन (सजिल्द)

मनोहर श्याम जोशी

मूल्य: Rs. 195

नेताजी पर आधारित व्यंग्य लेख...   आगे...

मेरे पापा की शादी

आबिद सुरती

मूल्य: Rs. 375

व्यंग्य उपन्यास ‘मेरे पापा की शादी’ का केवल एक ही मकसद है, आपके होठों पर मुस्कराहट की लकीर खींचना।   आगे...

यूँ ही

अशोक चक्रधर

मूल्य: Rs. 150

यूँ ही   आगे...

भारत एक बाजार है (सजिल्द)

विष्णु नागर

मूल्य: Rs. 200

इस पुस्तक में संकलित व्यंग्य रचनाओं का दायरा राजनीति, समाज, धर्म, प्रशासन, मध्यवर्गीय आकांक्षाओं की विकृतियों से लेकर बाज़ारीकरण, देश की अर्थव्यवस्था और शेयर बाज़ार तक फैला हुआ है...   आगे...

अलग

ज्ञान चतुर्वेदी

मूल्य: Rs. 250

सामयिक, सामाजिक, राजनीतिक, आर्थिक, विसंगतियों और विडम्बनाओं पर तीखा प्रहार करते हुए व्यंग्य परम्परा को एक नई भाषा और शिल्प प्रदान करनेवाला विशिष्ट संकलन...

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चक्रधर चमन में

अशोक चक्रधर

मूल्य: Rs. 225

हास्य-व्यंग्य-व्यंजित अति मनरंजित गद्यपचीसी...   आगे...

भारत एक बाजार है

विष्णु नागर

मूल्य: Rs. 95

समकालीन सामाजिक, राजनीतिक और आर्थिक व्यवस्था से रू-ब-रू कराते व्यंग्य-निबन्ध   आगे...

ईश्वर भी परेशान है

विष्णु नागर

मूल्य: Rs. 350

सामाजिक घटनाओं या प्रसंगों पर लेखन की चुटीली टिप्पणियाँ।

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जिस्म जिस्म के लोग

शाज़ी जमाँ

मूल्य: Rs. 200

जिस्म जिस्म के लोग

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व्यंग्यपुराणम

श्यामसुन्दर घोष

मूल्य: Rs. 95

मकबूल फिदा हुसैन माधुरी दीक्षित के पीछे पड़े रहते हैं और वामपंथी लोग ममता बनर्जी के पीछे पड़े रहते हैं, तो बिहार में कुछ लोग राबड़ी देवी के पीछे पड़े हैं...   आगे...

फ्री हिट

मृदुल कश्यप

मूल्य: Rs. 250

‘फ्री हिट’ की रचनाएं न सिर्फ हँसाएंगी, भारतीय जन-जीवन और समय को देखने वाली एक खास नजर भी उपलब्ध कराएंगी।   आगे...

मन मस्त हुआ

अल्हड़ बीकानेरी

मूल्य: Rs. 95

‘मन मस्त हुआ’ की कविताएँ पढ़ते समय आपको महसूस होगा कि आपने इस दौर के सर्वश्रेष्ठ हास्य-कवि की रचनाओं से साक्षात्कार किया है...   आगे...

सरकार का घड़ा

यज्ञ शर्मा

मूल्य: Rs. 200

इन रचनाओं में राजनीतिक और सामाजिक विसंगतियों में फँसे आम आदमी की पीड़ा अभिव्यक्त हुई है, जो पाठक को संवेदनशील बनाती है।   आगे...

फ्रेम से बड़ी तस्वीर

अश्विनी कुमार दुबे

मूल्य: Rs. 200

अश्विनी कुमार दुबे की व्यंग्य रचनाओं का संग्रह...   आगे...

बालम तू काहे न हुआ एन.आर.आई.

आलोक पुराणिक

मूल्य: Rs. 95

अगर सुदामा परदेश नहीं जाते, तो क्या इतने फेमस हो पाते ? नहीं। बालम, तू काहे न हुआ एन. आर. आई. आलोक पुराणिक का नया व्यंग्य संग्रह है।

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ममता

भगवती प्रसाद वाजपेयी

मूल्य: Rs. 250

शिशु मनोविज्ञान केन्द्रित पारिवारिक उपन्यास।   आगे...

बेटा वी.आई.पी. बन

आर.के. पालीवाल

मूल्य: Rs. 200

अपनी सहज व्यंग्यात्मकता के लिए ख्यात आर. के. पालीवाल का यह तीसरा व्यंग्य संग्रह...   आगे...

फंडा मैनेजमेंट का

प्रेमपाल शर्मा

मूल्य: Rs. 200

‘‘लकड़ी का तो सुना है, चूहे काट सकते हैं, पर लोहा ! स्टील ! मान गए भाई, चूहों को भी। आजादी के जितने पुराने दस्तावेज थे, सबका चूरन बना दिया दुष्टों ने।’’   आगे...

समग्र व्यंग्य

नरेन्द्र कोहली

मूल्य: Rs. 3475

नरेन्द्र कोहली के व्यंग्यों का यह नवीन संग्रह, वक्रता और प्रखरता की अपनी परंपरा का निर्वाह करते हुए, पाँच भागों में...

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प्रपंचतंत्र

संतोष खरे

मूल्य: Rs. 100

भूतपूर्व मंत्री ने अपने अनुभव और भ्रष्टतंत्र की वास्तविकता का निचोड़ इन कथाओं के माध्यम से नेता-पुत्रों को बताया जिससे उनके ज्ञानचक्षु खुल गये...   आगे...

दबाव की राजनीति

अजय अनुरागी

मूल्य: Rs. 225

यह कौन-सी राजनीति है जो अपने चतुर्दिक दबावों के द्वारा अपना वर्चस्व स्थापित करते हुए दूसरों की सार्थकता को निरर्थकता में तथा अपनी निरर्थकता को सार्थकता में बदल देती है...   आगे...

अध्यात्म का मार्केट

शिव शर्मा

मूल्य: Rs. 200

एक दुकान पर संजीवनी बूटी बिक रही है, धूप और गर्मी से जो भी बेहाल होकर गिरता है, उसे यहां संजीवनी सुंघा दी जाती है...   आगे...

काग के भाग बड़े

प्रभाशंकर उपाध्याय

मूल्य: Rs. 145

ऋग्वेद में मंत्रवाची मुनियों को टर्राने वाले मेढकों की उपमा दी गई है...   आगे...

एक म्यान दो तलवार

कुलविंदर सिंह कंग, जसप्रीत कौर कंग

मूल्य: Rs. 125

‘हास्य-व्यंग्य’ जीवन का आधार होता है ! यह कमियों की ओर इंगित करता है और बैठकर विचार करने को विवश करता है !...

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खेद नहीं है

मृदुला गर्ग

मूल्य: Rs. 300

ये सभी लेख पिछले कुछ वर्षों से ‘इंडिया टुडे’ पत्रिका में ‘कटाक्ष’ स्तंभ के अंतर्गत प्रकाशित हो रहे हैं...

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लोकतंत्र के पाये

मनोहर पुरी

मूल्य: Rs. 200

बहुत दिन से कई लोग मेरे पीछे लगे हुए थे कि मैं देह-दान कर दूँ...   आगे...

जो करे सो जोकर

अशोक चक्रधर

मूल्य: Rs. 100

जो करे सो जोकर...   आगे...

राम भरोसे

विवेक रंजन श्रीवास्तव

मूल्य: Rs. 80

विवेक रंजन श्रीवास्तव के कुछ छंटे हुए व्यंग्य लेखों का संकलन...   आगे...

कौआ कान ले गया

विवेक रंजन श्रीवास्तव

मूल्य: Rs. 60

व्यंग्य लेखों का अनुपम संग्रह ‘कौआ कान ले गया’...   आगे...

हुल्लड़ हज़ारा

हुल्लड़ मुरादाबादी

मूल्य: Rs. 150

हुल्लड़ जी के एक हजार से भी अधिक दोहों का पहला संकलन...   आगे...

 

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