लोगों की राय

जैन साहित्य

श्री श्रीभक्तिरसामृतसिन्धुः-रूपगोस्वामी प्रभुपाद प्रणीत

प्रेमलता शर्मा

मूल्य: Rs. 1400

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सुत्तनिपात

धर्मरक्षित भिक्षु

मूल्य: Rs. 145

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काव्यप्रकाश-मम्मचटाटार्यविरचित भाग 2

डॉ. रामसागर त्रिपाठी

मूल्य: Rs. 450

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काव्यप्रकाश-मम्मचटाटार्यविरचित भाग 1

डॉ. रामसागर त्रिपाठी

मूल्य: Rs. 450

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महामंत्र की अनुप्रेक्षा-भद्रांकर विजयजी गणिवर प्रणीत

सोहन लाल पटनी

मूल्य: Rs. 100

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जैन ज्ञान धारा

दुलीचन्द जैन

मूल्य: Rs. 100

जैन साहित्य की अविरल धारा का प्रवाह   आगे...

वर्णं, जाति और धर्म

फूलचन्द्र शास्त्री

मूल्य: Rs. 100

वर्ण, जाति और धर्म भारतीय समाज और संस्कृति में ऐसे एकरस हो गए हैं कि उनसे अलग होकर हम कुछ सोच ही नहीं पाते....   आगे...

ज्ञानपीठ पूजांजलि

आदिनाथ नेमिनाथ उपाध्ये, फूलचन्द्र शास्त्री

मूल्य: Rs. 70

ज्ञानपीठ-पुजाञ्जलि' जैन श्रावक-श्राविकाओं के दैनन्दिन धार्मिक कार्यों के लिए आवश्यक पूजा-पाठ स्तुति-स्तोत्र, स्वाध्याय-पाठ, आरती-जाप आदि का एक महत्त्वपूर्ण और उपयोगी संग्रह है.   आगे...

पउमचरिउ (पद्मचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी) भाग 5

महाकवि स्वयम्भू

मूल्य: Rs. 50

राम का एक नाम पद्म भी था. जैन कृतिकारों को यही नाम सर्वाधिक प्रिय लगा. इसलिए इसी नाम को आधार बनाकर प्राकृत, संस्कृत एवं अपभ्रंश में काव्यग्रन्थों की रचना की गई.   आगे...

पउमचरिउ (पद्मचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी) भाग 4

महाकवि स्वयम्भू

मूल्य: Rs. 50

राम का एक नाम पद्म भी था. जैन कृतिकारों को यही नाम सर्वाधिक प्रिय लगा. इसलिए इसी नाम को आधार बनाकर प्राकृत, संस्कृत एवं अपभ्रंश में काव्यग्रन्थों की रचना की गई.   आगे...

पउमचरिउ (पद्मचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी) भाग 3

महाकवि स्वयम्भू

मूल्य: Rs. 22

राम का एक नाम पद्म भी था. जैन कृतिकारों को यही नाम सर्वाधिक प्रिय लगा. इसलिए इसी नाम को आधार बनाकर प्राकृत, संस्कृत एवं अपभ्रंश में काव्यग्रन्थों की रचना की गई.   आगे...

पउमचरिउ (पद्मचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी) भाग 2

महाकवि स्वयम्भू

मूल्य: Rs. 50

राम का एक नाम पद्म भी था. जैन कृतिकारों को यही नाम सर्वाधिक प्रिय लगा. इसलिए इसी नाम को आधार बनाकर प्राकृत, संस्कृत एवं अपभ्रंश में काव्यग्रन्थों की रचना की गई.   आगे...

पउमचरिउ (पद्मचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी) भाग 1

महाकवि स्वयम्भू

मूल्य: Rs. 25

राम का एक नाम पद्म भी था. जैन कृतिकारों को यही नाम सर्वाधिक प्रिय लगा. इसलिए इसी नाम को आधार बनाकर प्राकृत, संस्कृत एवं अपभ्रंश में काव्यग्रन्थों की रचना की गई.   आगे...

मंगलमन्त्र णमोकार : एक अनुचिन्तन

नेमिचन्द्र शास्त्री

मूल्य: Rs. 60

णमोकार महामन्त्र की गरिमा सर्वविदित है. इसके उच्चारण की भी महिमा है. साथ ही यह आराधना, साधना और अनुभूति का विषय है....   आगे...

प्रद्युम्नचरित (संस्कृत हिन्दी)

आचार्य महासेन

मूल्य: Rs. 200

श्रीकृष्ण-रुक्मिणी के पुत्र प्रद्युम्न का प्रसिद्ध पौराणिक चरित्र जैन परम्परा में भी उतना ही समादृत है जितना वैदिक परम्परा में.   आगे...

जैन शिलालेख संग्रह

हीरालाल जैन

मूल्य: Rs. 235

जैन शिलालेख संग्रह में पहली बार देवनागरी में पाँच सौ शिलालेख हिन्दी-सार के साथ संगृहित हैं.   आगे...

जैन तत्त्वविद्या

मुनि प्रमाणसागर

मूल्य: Rs. 150

चार अध्यायों में विभक्त इस ग्रन्थ में प्रथक-प्रथक चार अनुयोगों का प्रतिपादन है...   आगे...

मूक माती (मराठी रूपान्तर)

आचार्य विद्यासागर

मूल्य: Rs. 150

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संगीत समयसार

आचार्य पाश्र्वनाथ

मूल्य: Rs. 450

जैनाचार्य पार्श्वदेव (13वीं शती ई.) कृत संस्कृत का यह प्राचीन ग्रन्थ भारतीय संगीतशास्त्र के इतिहास की एक अचर्चित किन्तु महत्त्वपूर्ण कड़ी है.

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जैनधर्म में विज्ञान

नारायण लाल कछारा

मूल्य: Rs. 150

जैन धर्म-दर्शन में विज्ञान सम्बन्धी आलेख. जैन दर्शन की वैज्ञानिकता को लेकर अर्से से चर्चाएँ होती रही हैं परन्तु....   आगे...

जैन सिद्धान्त

कैलाशचन्द्र शास्त्री

मूल्य: Rs. 120

जैन धर्म-दर्शन का क्षेत्र जितना अधिक विस्तृत है उससे कहीं अधिक गम्भीर भी है.....   आगे...

दक्षिण भारत में जैन धर्म

कैलाशचन्द्र शास्त्री

मूल्य: Rs. 80

जैनधर्म का प्रचार दक्षिण भारत में सदियों से रहा है. ईसा पूर्व छठी शती तक के ऐतिहासिक साक्ष्य उपलब्ध हैं.   आगे...

हिन्दी के महाकाव्यों में चित्रित भगवान महावीर

सुषमा गुणवन्त रोटे

मूल्य: Rs. 75

प्रस्तुत कृति की लेखिका ने आज के सन्दर्भ में एक ऐतिहासिक महापुरुष के रूप में महावीर के सम्पूर्ण व्यक्तित्व को उनके विविध आयामों में देखने-परखने का प्रयास किया है.   आगे...

भीतर कहीं (कविता-संग्रह)

मुनि अजितसागर

मूल्य: Rs. 120

कोई वीतरागी दिगम्बर मुद्राधारी महाव्रती साधू जब अपनी संयम साधना के साथ आत्मस्थ/ध्यानस्थ होने का नित-नव अभ्यास प्रारम्भ करता है,   आगे...

दौलत-विलास (भक्तिपद-संग्रह)

वीरसागर जैन

मूल्य: Rs. 90

दौलत-विलास' मध्यकालीन हिन्दी जैन साहित्य की एक ऐसी मनोरम रचना है जो भक्ति, नीति, अध्यात्म, सदाचरण आदि अनेक उच्च जीवन-सन्देशों की अत्यन्त प्रभावपूर्ण प्रस्तुति करती है....   आगे...

करलक्खण

प्रफुल्ल कुमार मोदी

मूल्य: Rs. 20

मनुष्य में अपने भविष्य जानने की इच्छा उतनी ही पुरातन है जितना कि स्वयं मनुष्य, और….   आगे...

सम्मड़सुत्तं (सन्मति सूत्र) (प्राकृत, हिन्दी)

आचार्य सिद्धसेन

मूल्य: Rs. 40

आचार्य सिद्धसेन विरचित 'सम्मइसुत्तं' (सन्मतिसूत्र) अनेकान्तवाद सिद्धान्त का प्रतिपादन करने वाली महत्त्वपूर्ण रचना है   आगे...

समन सुत्त्म

जिनेन्द्र वर्णी

मूल्य: Rs. 100

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हिस्ट्री ऑफ गोपाचल

के डी बाजपेयी

मूल्य: Rs. 125

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आस्पेक्ट्स आफ रिलीजन

विलास अ. साँगवे

मूल्य: Rs. 100

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इन क्वेस्ट ऑफ सेल्फ

मुनि क्षमासागर

मूल्य: Rs. 125

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माइ रिमेनेसेन्ट सोल

वीरेन्द्र कुमार जैन

मूल्य: Rs. 125

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त्रिभंगी सार (मूल, हिन्दी, अँग्रेजी)

तारण स्वामी

मूल्य: Rs. 120

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समयसार

आचार्य कुन्दकुन्द

मूल्य: Rs. 450

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आप्त-मीमांसा

आचार्य सामन्तभद्र

मूल्य: Rs. 150

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पाहुडदोहा (अपभ्रंश का रहस्यवादी काव्य)

मुनि रामसिंह

मूल्य: Rs. 160

भारतीय अध्यात्म की प्राचीनतम परम्परा में भावात्मक अभिव्यंजना को अभिव्यक्त करने वाला एक विशुद्ध रहस्यवादी काव्य.   आगे...

जैन दर्शन में नयवाद

सुखनन्दन जैन

मूल्य: Rs. 225

भारतीय दर्शन के क्षेत्र में 'नयवाद' जैनाचार्यों की एक मौलिक देन है.   आगे...

जैन पूजा काव्य (एक चिन्तन)

दयाचन्द

मूल्य: Rs. 160

भारतीय दर्शन और न्याय के अध्येता इस बात से अच्छी तरह परिचित है कि प्राचीन एवं मध्यकालीन भारत में जैन न्यायशास्त्रियों ने हिन्दू एवं बौद्ध न्यायशास्त्रियों के साथ वादानुवाद में जमकर भाग लिया है.   आगे...

नयचक (णयचक्को) (प्राकृत, हिन्दी)

माइल्ल धवल

मूल्य: Rs. 150

प्रस्तुत ग्रन्थ 'णयचक्को' आचार्य माइल्लधवल की एक श्रेष्ठ एवं अति महत्त्वपूर्ण रचना है.   आगे...

गोम्मटसार, कर्मकाण्ड (द्वितीय भाग)

आचार्य नेमिचन्द्र सिद्धान्त चक्रवर्ती

मूल्य: Rs. 430

जैन धर्म के जीवतत्त्व और कर्मसिद्धान्त की विस्तार से व्याख्या करने वाला महान ग्रन्थ है 'गोम्मटसार'.   आगे...

पज्जुण्णचरिउ (प्रद्युम्नचरित) (अपभ्रंश, हिन्दी)

महाकवि सिंह

मूल्य: Rs. 300

तेरहवीं शती की उत्तर-मध्यकालीन काव्य-विद्या में महाकवि सिंह कृत अपभ्रंश महाकाव्य 'पज्जुण्णचरिउ' (प्रद्युम्नचरित) भारतीय भाषा-साहित्य की एक महान कृति है.   आगे...

रिट्ठणेमिचरिउ (यादवकाण्ड) (अपभ्रंश, हिन्दी)

देवेन्द्र कुमार जैन

मूल्य: Rs. 40

स्वयंभूदेव (आठवीं शताब्दी) अपभ्रंश के आदिकवि के रूप में प्रतिष्ठित हैं. इनकी दो प्रमुख रचनाएँ हैं--'पउमचरिउ' और 'रिट्ठाणेमीचरिउ' जो क्रमशः रामकथा तथा कृष्णकथापरक हैं.   आगे...

जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश भाग-5 (शब्दानुक्रमणिका)

जिनेन्द्र वर्णी

मूल्य: Rs. 200

जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश' शब्द-कोश तथा विश्व-कोशों की परम्परा में एक अपूर्व एवं विशिष्ट कृति है.   आगे...

जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश भाग-4

जिनेन्द्र वर्णी

मूल्य: Rs. 250

जैनेन्द्र सिद्धान्त कोश' शब्द-कोश तथा विश्व-कोशों की परम्परा में एक अपूर्व एवं विशिष्ट कृति है.   आगे...

पद्मपुराण (संस्कृत, हिन्दी) 3

आचार्य रविषेण

मूल्य: Rs. 280

जैन परम्परा में मर्यादापुरुषोत्तम राम की मान्यता त्रेसठ शलाकापुरुषों में है.   आगे...

पद्मपुराण (संस्कृत, हिन्दी) 2

आचार्य रविषेण

मूल्य: Rs. 300

जैन परम्परा में मर्यादापुरुषोत्तम राम की मान्यता त्रेसठ शलाकापुरुषों में है.   आगे...

पंचास्तिकायसंग्रह (प्राकृत, संस्कृत, हिन्दी)

आचार्य कुन्दकुन्द

मूल्य: Rs. 175

जिनागम की आनुपूर्वी में आचार्य कुन्दकुन्द प्रस्थापक आचार्य के रूप में दो हज़ार वर्षों से निरन्तर विश्रुत रहे हैं.   आगे...

षड्दर्शनसमुच्चय (संस्कृत, हिन्दी)

हरिभद्र सूरि

मूल्य: Rs. 250

आचार्य हरिभद्र सूरि कृत 'षड्दर्शनसमुच्चय' छह प्राचीन भारतीय दर्शनों (बौद्ध, नैयायिक, सांख्य, जैन, वैशेषिक तथा जैमिनीय) का प्रामाणिक विवरण देने वाला प्राचीनतम उपलब्ध संग्रह है.

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वीरवर्धमानचरित (संस्कृत, हिन्दी)

सकल कीर्ति

मूल्य: Rs. 250

भट्टारक सकलकीर्ति विरचित 'वीरवर्धमानचरित' पन्द्रवीं शती का संस्कृत काव्य-ग्रन्थ है.   आगे...

योगसार-प्राभृत (संस्कृत, हिन्दी)

आचार्य अमितगति

मूल्य: Rs. 300

पाहुड-ग्रंथों की परम्परा में दसवीं शताब्दी के प्रसिद्ध आचार्य अमितगति ने एक श्रेष्ठ शास्त्र की रचना की, जिसका नाम 'योगसागर-प्राभृत' है.

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