लेखक:
गुरुदत्त
जन्म : 8 दिसम्बर 1894।
निधन : 8 अप्रैल 1989। शिक्षा : एम.एस-सी.। लाहौर (अब पाकिस्तान) में जन्मे श्री गुरुदत्त हिन्दी साहित्य के एक देदीप्यमान नक्षत्र थे। वह उपन्यास-जगत् के बेताज बादशाह थे। अपनी अनूठी साधना के बल पर उन्होंने लगभग दो सौ से अधिक उपन्यासों की रचना की और भारतीय संस्कृति का सरल एवं बोधगम्य भाषा में विवेचन किया। साहित्य के माध्यम से वेद-ज्ञान को जन-जन तक पहुंचाने का उनका प्रयास निस्सन्देह सराहनीय रहा है। श्री गुरुदत्त के साहित्य को पढ़कर भारत की कोटि-कोटि जनता ने सम्मान का जीवन जीना सीखा है। उनके सभी उपन्यासों के कथानक अत्यन्त रोचक, भाषा, अत्यन्त सरल और उद्देश्य केवल मनोरंजन ही नहीं, अपितु जन-शिक्षा भी है। राष्ट्रसंघ के साहित्य-संस्कृति संगठन ‘यूनेस्को’ के अनुसार श्री गुरुदत्त हिन्दी भाषा के सर्वाधिक पढ़े जाने वाले लेखक थे। उपन्यास : गुण्ठन, चंचरीक, आशा निराशा, सम्भवामि युगे युगे-भाग 1, सम्भवामि युगे युगे भाग 2, अवतरण, कामना, अपने पराये, आकाश-पाताल, अनदेखे बन्धन, घर की बात, आवरण, जीवन ज्वार, महाकाल, यह संसार, वाम मार्ग, दो भद्र पुरुष, बनवासी, प्रारब्ध और पुरुषार्थ, विश्वास, माया जाल, पड़ोसी, नास्तिक, प्रगतिशील, सभ्यता की ओर, मेघ वाहन, भगवान भरोसे, ममता, लुढ़कते पत्थर, लालसा, दिग्विजय, धर्मवीर हकीकत राय, दासता के नये रूप, स्वराज्य दान, नगर परिमोहन, भूल, स्वाधीनता के पथ पर, विश्वासघात, देश की हत्या, पत्रलता, भारतवर्ष का संक्षिप्त इतिहास, पथिक, प्रवंचना, पाणिग्रहण, परित्राणाय साधूनाम, गृह-संसद, सब एक रंग, विक्रमादित्य साहसांक, गंगा की धारा, सदा वत्सले मातृभूमे, पंकज, सागर-तरंग, भाव और भावना, दो लहरों की टक्कर-भाग 1, दो लहरों की टक्कर-भाग 2, सफलता के चरण, मैं हिन्दू हूँ, मैं न मानूँ, स्व-अस्तित्व की रक्षा, प्रतिशोध, भाग्य का सम्बल, बन्धन शादी का, वीर पूजा, वर्तमान दुर्व्यवस्था का समाधान हिन्दू राष्ट्र, डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी की अन्तिम यात्रा, सुमति, युद्ध और शान्ति-भाग 1, युद्ध और शान्ति-भाग 2, जमाना बदल गया-भाग 1, जमाना बदल गया-भाग 2, जमाना बदल गया-भाग 3, जमाना बदल गया भाग-4, खण्डहर बोल रहे हैं-भाग 1, खण्डहर बोल रहे हैं-भाग 2, खण्डहर बोल रहे हैं-भाग 3, प्रेयसी, परम्परा, धरती और धन, हिन्दुत्व की यात्रा, अस्ताचल की ओर भाग-1, अस्ताचल की ओर-भाग 2, अस्ताचल की ओर-भाग 3, भाग्य चक्र, द्वितीय विश्वयुद्ध, भैरवी चक्र, भारत में राष्ट्र, बुद्धि बनाम बहुमत, धर्म तथा समाजवाद, विकार, अग्नि परीक्षा, जगत की रचना, अमृत मन्थन, जिन्दगी, श्रीराम। |
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अग्नि परीक्षागुरुदत्त
मूल्य: Rs. 35 राम के जीवन पर आधारित उपन्यास... आगे... |
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अंधकारगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 300
गुरुदत्त का सामाजिक उपन्यास आगे... |
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अंधे की लाठीगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 300 |
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अनदेखे बंधनगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 100 एक सामाजिक उपन्यास... आगे... |
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अन्तिम यात्रागुरुदत्त
मूल्य: Rs. 70 डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी की अन्तिम यात्रा, एक ऐतिहासिक दस्तावेज... आगे... |
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अपने परायेगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 65 एक श्रेष्ठ उपन्यास.. आगे... |
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अमानतगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 300
अमानत... आगे... |
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अमृत मंथनगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 35 गुरुदत्त का श्रेष्ठ उपन्यास... आगे... |
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अवतरणगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 60 गुरुदत्त का एक रोचक उपन्यास आगे... |
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अस्ताचल की ओरगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 300 हिमालय की तराईयों और पहाड़ियों मे बसे राज्य और प्राचीन जन जीवन पर आधारित उपन्यास, तीन भागों में... आगे... |
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अस्ताचल की ओर - भाग 1गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 200
हिमालय की तराईयों और पहाड़ियों मे बसे राज्य और प्राचीन जनजीवन पर आधारित आगे... |
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अस्ताचल की ओर - भाग 2गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 250
एक ऐतिहासिक उपन्यास... आगे... |
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अस्ताचल की ओर - भाग 3गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 350
एक रोचक उपन्यास... आगे... |
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आकाश पातालगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 90 एक सामाजिक उपन्यास... आगे... |
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आवरणगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 110 एक सामाजिक उपन्यास... आगे... |
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आशा निराशागुरुदत्त
मूल्य: Rs. 40 जीवन के दो पहलुओं आशा और निराशा पर आधारित यह रोचक उपन्यास आगे... |
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एक मुँह दो हाथगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 250 एक मुँह दो हाथ.... आगे... |
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कामनागुरुदत्त
मूल्य: Rs. 100 प्रस्तुत हैं एक सामाजिक उपन्यास... आगे... |
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कुमकुमगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 250 कुमकुम ऐतिहासिक उपन्यास... आगे... |
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खण्डहर बोल रहे हैंगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 250 मुगलिया सल्तनत के इतिहास पर आधारित रोचक उन्यास, तीन भागों में... आगे... |
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खण्डहर बोल रहे हैं - भाग 1गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 90 एक रोचक उपन्यास... आगे... |
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खण्डहर बोल रहे हैं - भाग 2गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 80 प्रस्तुत है एक रोचक उपन्यास आगे... |
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खण्डहर बोल रहे हैं - भाग 3गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 80 प्रस्तुत है एक रोचक उपन्यास आगे... |
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गंगा की धारागुरुदत्त
मूल्य: Rs. 400 एक पौराणिक उपन्यास... आगे... |
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गुंठनगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 60 एक पारिवारिक उपन्यास... आगे... |
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गुण्ठनगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 100 भारतीय संस्कृति का सरल एवं बोधगम्य विवेचन आगे... |
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गृह संसदगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 40 प्रस्तुत हैं सामाजिक उपन्यास... आगे... |
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घर की बातगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 200 सामाजिक पृष्ठभूमि पर आधारित उपन्यास... आगे... |
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चंचरीकगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 40 एक श्रेष्ठ उपन्यास... आगे... |
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जगत की रचनागुरुदत्त
मूल्य: Rs. 30 भारतीय शास्त्र जगत की रचना का युक्तियुक्त समाधान... आगे... |
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जमाना बदल गयागुरुदत्त
मूल्य: Rs. 600 सन् 1857 से सन् 1957 के बीच के भारतीय जीवन पर आधारित उपन्यास, चार भागों में ... आगे... |
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जमाना बदल गया - भाग 1गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 150 सन् 1857 से सन् 1957 के बीच के भारतीय जीवन पर आधारित उपन्यास... आगे... |
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जमाना बदल गया - भाग 2गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 150 एक ऐतिहासिक उपन्यास... आगे... |
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जमाना बदल गया - भाग 3गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 150 एक ऐतिहासिक उपन्यास... आगे... |
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जमाना बदल गया - भाग 4गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 150 एक ऐतिहासिक उपन्यास... आगे... |
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जिन्दगीगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 100 प्रस्तुत है गुरुदत्त के महत्त्वपूर्ण उपन्यासों में एक जिंन्दगी.... आगे... |
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जीवन ज्वारगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 200 रोचक व प्रेरणाप्रद उपन्यास... आगे... |
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दासता के नये रूपगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 110 स्वातन्त्र्योपलब्धि के अनन्तर देश-वासियों की दास मनोवृत्ति और पतित चरण का विश्लेषण... आगे... |
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दिग्विजयगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 120 स्वामी शंकराचार्य के जीवन पर आधारित उपन्यास... आगे... |
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देश की हत्यागुरुदत्त
मूल्य: Rs. 110 एक राजनीतिक उपन्यास... आगे... |
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दो भद्र पुरुषगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 200
एक लखपति था और दूसरा मजदूर। एक ठेकेदार था, दूसरा स्कूल-मास्टर। एक नई दिल्ली में बारहखम्भा रोड पर दुमंजिली कोठी पर रहता था आगे... |
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दो लहरों की टक्करगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 500
परतंत्र भारत की सामाजिक व्यवस्था और समस्याओं पर आधारित प्रसिद्घ उपन्यास - दो भागों में... आगे... |
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दो लहरों की टक्कर - भाग 1गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 250
सामाजिक-राजनीतिक तथा सांस्कृतिक समस्याओं का विश्लेषण... आगे... |
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दो लहरों की टक्कर - भाग 2गुरुदत्त
मूल्य: Rs. 250
सामाजिक रातनैतिक व सांस्कृतिक समस्याओं पर आधारित उपन्यास.. आगे... |
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द्वितीय विश्वयुद्धगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 30 हिटलर की कहानी... आगे... |
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धरती और धनगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 300
बिना परिश्रम धरती स्वयमेव धन उत्पन्न नहीं करती। इसी प्रकार बिना धरती (साधन) के परिश्रम मात्र धन उत्पन्न नहीं करता। आगे... |
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धर्म तथा समाजवादगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 55
मानसिक दासता पर आधारित उपन्यास... आगे... |
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धर्मवीर हकीकत रायगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 80
अद्वितीय अनुपम बलिदानी वीर हकीकत राय आगे... |
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नगर परिमोहनगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 140 आधुनिक सभ्यता पर आधारित उपन्यास... आगे... |
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नास्तिकगुरुदत्त
मूल्य: Rs. 85 खुद को आस्तिक समझने वाले कितने नास्तिक हैं यह इस उपन्यास में बड़े ही रोचक ढंग से दर्शाया गया है आगे... |