नाटक-एकाँकी
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चहकता चौराहावर्षा दास
मूल्य: Rs. 250 रेडियो नाटक एक स्वतंत्र विधा है जिसकी सम्पूर्ण अनुभूति संगीत के साथ प्रस्तुत उसके रेडियो प्रसारण से ही होती है। आगे... |
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बटोहीहृषीकेश सुलभ
मूल्य: Rs. 150
बटोही अपनी प्रस्तुति-भाषा के स्तर पर भी एक सशक्त प्रयोग है। यह लोकभाषाओं की शक्ति को स्थापित करता है। आगे... |
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बहू अक्स पहेलीत्रिपुरारी शर्मा
मूल्य: Rs. 99 लेखिका ने नारी के परंपरागत बिम्बों और उसके प्रति पुरुष-दृष्टि को लेकर आवश्यक रूप से कई विचारणीय सवाल उठाए हैं। आगे... |
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बड़ी बूआजीबादल सरकार
मूल्य: Rs. 250 ‘बड़ी बूआजी’ बादल सरकार द्वारा लिखित प्रसिद्द प्रहसन है। आगे... |
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नाटक जयशंकर प्रसादसत्येंद्र कुमार तनेजा
मूल्य: Rs. 995 भ्रष्ट पारसी थिएटर की बढ़ती प्रतिष्ठा से सतर्क रहने के लिए ही प्रसाद ने इस स्थापना पर बल दिया कि नाटक रंगमंच के लिए न लिखे जाएँ बल्कि रंगमंच नाटक के अनुरूप हो आगे... |
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नाटककार जगदीश चंद्र माथुरडॉ. गोविंद चातक
मूल्य: Rs. 250 पुस्तक पाठक को नाटककार की सर्जनात्मक क्षमता और भावात्मक परिवेश दोनों से अवगत कराती है आगे... |
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नाटककार भारतेन्दु की रंग-परिकल्पनासत्येन्द्र कुमार तनेजा
मूल्य: Rs. 125 हिन्दी में व्यावहारिक विश्लेषण से युक्त नाट्यालोचन की यह लगभग पहली पुस्तक है आगे... |
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कोणार्कजगदीश चंद्र माथुर
मूल्य: Rs. 300 जगदीशचन्द्र माथुर का ‘कोणार्क’ अत्यन्त सफल कृति है। नाट्यकला की ऐसी सर्वांगपूर्ण सृष्टि अन्यत्र देखने को नहीं मिली। आगे... |
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हिन्दी नाटक के पाँच दशककुसुम खेमानी
मूल्य: Rs. 550
पुस्तक में समकालीन रंग-परिदृश्य के सन्दर्भ में स्वातंत्रयोत्तर हिंदी नाटकों में निहित आधुनिकता-बोध का अध्ययन, विवेचन और विश्लेषण किया गया है आगे... |
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हिन्दी नाटकबच्चन सिंह
मूल्य: Rs. 400 नाटक एक श्रव्य-दृश्य काव्य है, अत: इसकी आलोचना के लिए उन व्यक्तियों की खोज जरूरी है जो इसके श्रव्यत्व और दृश्यत्व को एक साथ उद्घाटित कर सकें आगे... |
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हिन्दी एकांकीसिद्धनाथ कुमार
मूल्य: Rs. 400 नुक्कड़ नाटक को हिन्दी नाटक की नव्यतम प्रवृत्ति के रूप में स्वीकार करते हुए उसका भी विवेचन इस पुस्तक में किया गया है आगे... |
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एकत्र : असंकलित रचनाएंजयदेव तनेजा
मूल्य: Rs. 1450
मोहन राकेश की कुछ आरम्भिक-अज्ञात कुछ अल्प-ज्ञात, कुछ आधी-अधूरी और कुछ पूरी-परिपक्व एवं चर्चित, किंतु पुस्तक रूप में अब तक अप्रकाशित, लगभग सम्पूर्ण रचनाओं का अनूठा संकलन आगे... |
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चोर निकल के भागामृणाल पांडे
मूल्य: Rs. 200 समकालीन हिंदी कथा-साहित्य, नाटक और पत्रकारिता को अपनी रचनात्मक उपस्थिति से समृद्ध करनेवाली रचनाकार मृणाल पाण्डे की यह नवीनतम नाट्यकृति है आगे... |
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आधुनिक भारतीय नाट्य विमर्शजयदेव तनेजा
मूल्य: Rs. 600 |
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श्रेष्ठ भारतीय एकांकी (1 - 2)प्रभाकर श्रोत्रिय
मूल्य: Rs. 450 श्रेष्ठ भारतीय एकांकी संकलन आगे... |
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पारसी थियेटर : उद्भव एवम विकाससोमनाथ गुप्ता
मूल्य: Rs. 600 ऐसा ग्रंथ हिन्दी में पारसी थियेटर पर नहीं लिखा गया जिसमें मूलभूत स्रोतों पर अवलम्बित इतनी अधिक सामग्री मिलती हो आगे... |
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एक कंठ विषपायीदुष्यंत कुमार
मूल्य: Rs. 200 शिव-सती प्रसंग को आधार बनाकर लिखी गयी इस काव्य-नाटिका में दुष्यन्त कुमार ने बड़ी बेबाकी से कई ऐसे प्रसंगों को उठाया है जो हमारे समय में प्रासंगिक हैं आगे... |
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आगामी आदमीप्रभात कुमार भट्टाचार्य
मूल्य: Rs. 150 आखिरकार निहित स्वार्थों के विरुद्ध कार्रवाई की बागडोर अब आम आदमी के हाथों पहुँच गई है-आगामी आदमी में आगे... |
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जन्मदिन की भेंटहरिवंशराय बच्चन
मूल्य: Rs. 75 |
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भगवद्गीताहरिवंशराय बच्चन
मूल्य: Rs. 395 |
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धरती आबाहृषीकेश सुलभ
मूल्य: Rs. 200 |
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रात बीतने तक तथा अन्य ध्वनि नाटकमोहन राकेश
मूल्य: Rs. 95 |
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नाट्य विमर्शमोहन राकेश
मूल्य: Rs. 350 |
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कथा शकुंतला कीराधावल्लभ त्रिपाठी
मूल्य: Rs. 395
कथा शकुंतला की आगे... |
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चतुर्भाणीडॉ. मोतीचन्द्र
मूल्य: Rs. 599
चतुर्भाणी आगे... |
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टीपू सुल्तान के ख़्वाबगिरीश कारनाड
मूल्य: Rs. 495 |
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मातोश्रीसुमित्रा महाजन
मूल्य: Rs. 200 ‘मातोश्री’ देवी अहिल्याबाई के मातृत्व के श्रेष्ठ गुणों का परिचायक एक उत्कृष्ट नाटक है आगे... |
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आधे अधूरे (पेपरबैक)मोहन राकेश
मूल्य: Rs. 199 |
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लहरों के राजहंस (पेपरबैक)मोहन राकेश
मूल्य: Rs. 150 |
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आधुनिक नाटक का अन्वेषणकुँवरजी अग्रवाल
मूल्य: Rs. 100 |
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संस्कृत नाटिका उद्भव एवं विकासप्रेमलता मिश्र
मूल्य: Rs. 795 |
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हिन्दी नाटक कल और आजकेदार सिंह
मूल्य: Rs. 400 |
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हयवदनगिरीश कारनाड
मूल्य: Rs. 395 |
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ययातिगिरीश कारनाड
मूल्य: Rs. 199 |
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शादी का एल्बमगिरीश कारनाड
मूल्य: Rs. 395 |
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मुआवजेभीष्म साहनी
मूल्य: Rs. 150 |
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कैद-दर-कैदमृदुला गर्ग
मूल्य: Rs. 300 |
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रक्त अभिषेकदयाप्रकाश सिन्हा
मूल्य: Rs. 150 |
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राम कथागोपाल उपाध्याय
मूल्य: Rs. 400 |
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बिखरे बिम्ब और पुष्पगिरीश कारनाड
मूल्य: Rs. 395
इस पुस्तक में संकलित दोनों नाटक भी इसका अपवाद नहीं हैं। मोनोलॉग की शैली में लिखे ये नाटक पुनः हमें कुछ नैतिक चौराहों पर लाते हैं। एक ही चरित्र के दो चेहरों के परस्पर मुखामुखम से बुना नाटक ‘बिखरे बिम्ब’ मंजुला नायक नामक स्त्री, उसकी विकलांग बहन और पति की कहानी कहता है और ‘पुष्प’ में एक शिव-भक्त पुजारी तथा एक गणिका के माध्यम से नैतिक असमंजस की सर्जना की गई है। दोनों नाटक एक ही कलाकार द्वारा खेले जाने के ढंग से लिखे गए हैं, लेकिन उन्हें पुस्तक रूप से पढना भी कम दिलचस्प नहीं। आगे... |
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तीन नाटकसुरेन्द्र वर्मा
मूल्य: Rs. 100 तीन नाटकों में प्राचीन स्मृतियाँ किसी न किसी स्तर पर सक्रिय हैं. कह सकते हैं कि … आगे... |
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कन्धे पर बैठा था शापमीरा कांत
मूल्य: Rs. 130
मीरा कांत की यह कृति उन छूटे हुए, अव्यक्त पात्रों एवं स्थितियों की अभिव्यक्ति है जो या तो साहित्यिक मुख्यधारा का अंग न बन सकीं आगे... |
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दशचक्रइब्सन ( अनु. नेमिचन्द्र जैन)
मूल्य: Rs. 100 हेनरिक इब्सन के प्रसिद्ध नाटक 'एन एनिमी आफ़ दि पीपुल' का बांग्ला अनुवाद शान्ति बसु ने दशचक्र नाम से किया था… आगे... |
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जनविजयअजित पुष्कल
मूल्य: Rs. 60 वरिष्ठ रंगकर्मी अजित पुष्कल का नाटक 'जन विजय' इतिहास शोध, विचार, संवेदना और भावसत्ता का एक समकालीन संस्करण है… आगे... |
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हंसनीएंतोन चेखव
मूल्य: Rs. 125 हंसनी मुख्य रूप से कलाकारों के अपने रचनात्मक और व्यक्तिगत जीवन के बीच तालमेल न बैठा पाने की पीढ़ी का लेखा-जोखा है। प्रतिष्ठित अभिनेत्री आर्कदीना स्थापित और लोकप्रिय लेखक त्रिगोरिन के प्रेम के बिना जिन्दा नहीं रह सकती। त्रिगोरिन रचना-कर्म को बेहद नीरस पाता है, मगर लिखने के लिए अभिशप्त है। आगे... |
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सखाराम बाइंडरविजय तेन्दुलकर
मूल्य: Rs. 160 |
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वो अब भी पुकारता हैपीयूष मिश्रा
मूल्य: Rs. 99 |
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जब शहर हमारा सोता हैपीयूष मिश्रा
मूल्य: Rs. 199 |
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गगन दमामा बाज्योपीयूष मिश्रा
मूल्य: Rs. 150 |
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दलियाहृषीकेश सुलभ
मूल्य: Rs. 150 |