लोगों की राय

नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया की पुस्तकें :

हँसो भी.. हँसाओ भी..

हलीम ’आईना’

मूल्य: Rs. 150

वे जिस सरल भाषा में सामान्य-जन की पीड़ा को काव्यानुभूति का आधार बनाते हैं...   आगे...

हाथ मिलाओ

मलयश्री हाश्मी

मूल्य: Rs. 25

हाथ मिलाओ बच्चों को खेल खेल में नया सीखने के लिए लाभदायक है...   आगे...

हिंदुस्तानी संगीत

अशोक दा. रानाडे

मूल्य: Rs. 165

  आगे...

हिन्दी भक्ति साहित्य में सामाजिक मूल्य एवं सहिष्णुतावाद

सावित्री चंद्र शोभा

मूल्य: Rs. 45

इस पुस्तक में मुख्य रूप से हिंदी भक्ति और हिंदी लिखित सूफी प्रेमाख्यानों के माध्यम से मध्यकालीन भारत में ‘सामाजिक और उदारतावादी तत्वों को रेखांकित किया गया है।   आगे...

हिन्दी हास्य व्यंग्य संकलन

श्रीलाल शुक्ल, प्रेम जनमेजय

मूल्य: Rs. 140

आधुनिक हिन्दी गद्य में हास्य व्यंग्य की कुछ प्रसिद्ध रचनाओं का संकलन।

  आगे...

हिन्दुस्तानी कहावत कोश

एस.डब्ल्यू.फैलन

मूल्य: Rs. 350

हिन्दुस्तानी कहावत कोश

  आगे...

हिन्दू धर्म क्या है

महात्मा गाँधी

मूल्य: Rs. 85

हिन्दू-धर्म सभी लोगों को अपने-अपने धर्म के अनुसार ईश्वर की उपासना करने को कहता है ...

  आगे...

हिमाचली लोक कथा

प्रत्यूष गुलेरी

मूल्य: Rs. 45

हिमाचली लोक कथां वी संस्कृत दी पंचतंत्र, हितोपदेश कनैं वृहतकथां लेखा केई उपदेशां, नीतिवाकां, आचरण-आदर्शां कनै मनोरंजन-मिठासां सौगी भरियां हन....   आगे...

हिमांशु जोशी संकलित कहानियां

हिमांशु जोशी

मूल्य: Rs. 65

प्रस्तुत कहानियों के विशिष्ट चयन में हिमांशु जी के कथाकार के विविध रंग-रूप और आयाम देखने को मिलते हैं।...   आगे...

हिरोशिमा का दर्द

तोशि मारुकि

मूल्य: Rs. 90

  आगे...

हृदय रोग और जनसाधारण

एस. पद्मावती

मूल्य: Rs. 30

प्रस्तुत है हृदय रोग संबंधी जानकारियाँ   आगे...

हे चो का यात्रा-वृत्तांत

जगदीश चंद्रिकेश

मूल्य: Rs. 40

नौवीं सदी में गुम हुए चीन के एक गुफा मठ में बंद हे चो का यात्रा-विवरण एक हजार साल बाद सन् 1908 में ही बाहर आ सका। जर्मन और अंग्रेजी के एक अनुवाद के बाद हिंदी में पहली बार प्रस्तुत है यह यात्रा-विवरण....   आगे...

हैसियत

परदेशीराम वर्मा

मूल्य: Rs. 8

आमगांव ही अब रामसिंह का अपना गांव है। गया से उनके पिताजी यहां आए थे। यहीं रामसिंह का जन्म हुआ। आमगांव के तालाबों में तैरकर वह बड़ा हुआ। आम चूसकर तगड़ा बना।   आगे...

‹ First91011   513 पुस्तकें हैं|